Haryana: किसानों के दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। विधानसभा सत्र के दौरान ही गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद के साथ एक मीटिंग की। मीटिंग में उन्होंने अधिकारियों से किसानों के कूच को लेकर पूरी जानकारी ली। साथ ही किसानों के कूच को विफल करने के लिए डीजीपी ने गृह मंत्री को पूरा प्लान बताया। इस मीटिंग के बाद गृह मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पुलिस द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। सरकार की ओर से सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को किसी भी प्रकार से हरियाणा की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।

शंभू बॉर्डर से किसानों ने दिल्ली कूच का किया आह्वान

किसान आंदोलन पार्ट दो के दौरान किसानों की सरकार के साथ सहमति नहीं बनी। ऐसे में शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे पंजाब के किसान बुधवार को दिल्ली रवाना होंगे। यहां हरियाणा पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ने के लिए किसान बुलडोजतर और हाईड्रोलिक क्रेन जैसी हैवी मशीनरी लेकर पहुंच गए हैं। इसके अलावा बुलेटप्रूफ पोकलेन मशीन भी लाई गई है। इनको इस तरह से डिजाइन कराया गया है कि इन पर आंसू गैस के गोलों का भी असर नहीं होगा। किसानों ने यह फैसला केंद्र के साथ हुई मीटिंग के बाद लिया।

केंद्र ने इन फसलों पर एमएसपी देने का रखा था प्रस्ताव 

केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के साथ हुई वार्ता में कपास, मक्का, मसूर, अरहर और उड़द यानी 5 फसलों पर MSP देने का प्रस्ताव दिया था। किसानों ने सरकार का यह प्रस्ताव खारिज कर दिया। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हमने एक्सपर्ट और किसानों से केंद्र के प्रस्ताव पर बात की। इसके बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे कि प्रस्ताव हमारे हित में नहीं है। हमारी MSP पर गारंटी कानून की मांग पूरी हो। MSP देने के लिए 1.75 लाख करोड़ की जरूरत नहीं है। किसान आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट पर पाबंदी जारी रहेगी।