फतेहाबाद। शहर के मॉडल टाउन में अल्ट्रासाउंड सेंटर के ऊपर बने मकान के कमरे में शुक्रवार रात निजी अस्पताल संचालिका 62 वर्षीय संनीता लूथरा ने अपने कमरे में पंखे पर फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। सुबह बेटे डॉ. प्रतीक के आवाज लगाने पर भी जब सुनीता नहीं बोली तो खिड़की से झांककर देखने पर शव फंखें से लटकता मिला। मृतका के परिजनों ने पति चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेंद्र लूथरा पर आत्महत्या के लिए विवश करने के आरोप लगाए हैं। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।

अल्ट्रासाउंड सेंटर चलाते हैं बेटे 

डॉ. सुनीता लूथरा के बेटे डॉ. प्रतीक व डॉ. नैंसी अल्ट्रासाउंड चलाते हैं। सुबह जब दोनों उठे तो मां का कमरा बंद था। आवाज लगाने पर भी मां ने दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद खिड़की से झांककर कमरे में देखा तो मां का शव पंखें पर लटकता देख दोनों सन्न रह गए तथा घटना की सूचना पुलिस व परिजनों को दी। पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची तथा घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया गया है।

डॉक्टर पति पर प्रताड़ित करने के आरोप

मृतका के भाई सुनील व विकास ने बताया कि शादी के बाद से ही डॉ. देवेंद्र लूथरा सुनीता को प्रताड़ित कर रहा था। डॉ. देवेंद्र को विवाद के चलते उनके पिता ने संपत्ति से बेदखल कर दिया। सुनीता को भी वह ससुराल व मायके वालों से मिलने नहीं देते थे तथा हमारी बहन को अपने भतीजे की शादी में भी नहीं आने दिया था। पति की प्रताड़ना से परेशान होकर सुनीता ने यह कदम उठाया है।

अल्ट्रासाउंड सेंटर के ऊपर निवास

सुनीता के बेटे डॉ. प्रतीक व नैंसी मॉडल टाउन में अल्ट्रासाउंड सेंटर चलाते हैं। अल्ट्रासाउंड सेंटर के ऊपर ही रहने के लिए घर बनाया हुआ है। जहां सुनीता अपने परिवार के साथ रहती थी। शनिवार सुबह जब बेटे डॉ. प्रतीक व नैंसी के आवाज लगाने पर भी मां ने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो खिड़की से कमरे में झांकने पर घटना का खुलासा हुआ।