सोनीपत। चुनावी माहौल में राजनीतिक गर्मी बढ़ने की बजाए सोनीपत में आपराधिक गतिविधियां बढ़ती नजर आ रही हैं। आए दिन हो रहे सबसे बड़े अपराध यानि की हत्याओं की वजह से सोनीपत जिला भय के आगोश में हैं। आलम ये है कि केवल दो दिनों में ही जिले में कुल 5 हत्या की वारदात सामने आ चुकी हैं। असमय काल का ग्रास बनने वाले इन पांच लोगों में एक महिला और चार पुरुष हैं। पुरुषों में एक किसान, एक ट्रांसपोर्टर व पूर्व में चाय की दुकान का एक संचालक भी शामिल हैं। ट्रांसपोर्टर को छोड़कर अन्य किसी वारदात को अंजाम देने के लिये बंदूक का सहारा नहीं लिया गया। केवल ट्रांसपोर्टर की हत्या ही गोली मारकर की गई है।
कहीं मारी गोली, कहीं छत से फेका तो कहीं पीट पीटकर हत्या
रविवार और सोमवार को हुई हत्याओं में गांव बोहला निवासी रोहित, सिसाना निवासी रणधीर, सबौली निवासी अमरजीत, मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली पूनम और मॉडल टाउन निवासी शमशेर शामिल है। इसमें से पूनम की हत्या मकान की पहली मंजिल से फेंकने के कारण हुई है। अमरजीत जोकि ट्रांसपोर्टर था उसकी हत्या गोली मार कर की गई है। रणधीर जोकि किसान था उसकी हत्या को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर अंजाम दिया गया है। शमशेर की हत्या को भी मारपीट कर अंजाम दिया गया है। वहीं बोहला निवासी रोहित की हत्या का आरोप उसके पिता पर लगा है, हालांकि उसकी मौत के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, लेकिन प्रारंभिक सूचना के आधार पर मारपीट को मौत की वजह बताया जा रहा है।
परिचित से मिलने पहुंचे व्यक्ति की पीटकर हत्या
सोनीपत के सेक्टर-12 पर परिचित से मिलने पहुंचे व्यक्ति की पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप चार हमलावरों पर लगा है। घटना की सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मामले में तीन नामजद समेत चार आरोपियों पर मुकदमा दर्ज लिया है। मूलरूप से गांव लाठ फिलहाल शहर के मॉडल टाउन निवासी शमशेर (48) सेक्टर-12 के निकट टी-प्वाइंट के पास चाय की दुकान चलाते थे। उन्होंने आठ माह पहले दुकान बंद कर दी थी। अब चाय की दुकान बंद कर अस्पताल में सेवा भाव से कार्य कर रहे थे।
मां ने दी घटना की जानकारी
उनके बेटे दीपक ने बताया कि उनके पिता दोपहर को दो बजे घर से किसी परिचित से मिलने की बात कहकर निकले थे। दीपक का आरोप है कि शाम को उनकी मां रेखा ने उन्हें बताया कि तुम्हारे पिता को चोट मारी गई हैं। वह सूचना मिलने पर पिता की चाय की दुकान पर पहुंचे। यहां पहुंचने पर उन्हें पता चला कि फाजिलपुर के कल्लू, कबीरपुर के मामू व संजय तथा एक अन्य ने उनके पिता को चोट मारी हैं। वह अपने पिता को उठाकर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कल्लू, मामू, संजय व एक अन्य पर हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मंगलवार को होगा पोस्टमार्टम
पुलिस को व्यक्ति की हत्या किए जाने की सूचना मिली थी। शव को कब्जे में लिया गया है। नागरिक अस्पताल में मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मामले में गहनता से जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
-रविंद्र कुमार, पुलिस प्रवक्ता, सोनीपत
ट्रांसपोर्टर को मारी गोली, वजह कारोबारी रंजिश
गांव सबौली निवासी अमरजीत उर्फ मोनू की रविवार देर रात गोली मार कर हत्या कर दी गई। भतीजे हरीश ने बताया कि वारदात के समय वह अपने चाचा के साथ ही था। आरोप लगाया कि सबौली-नरेला रोड पर गांव की फिरनी के पास गांव के ही गोलू के कहने पर झज्जर के गांव लडरावण निवासी मुकेश उर्फ सीटू ने गोली मारकर हत्या की है। हरीश के अनुसार गोलू के साथ आशीष उर्फ बाली और सीटू का दोस्त भी गाड़ी में सवार था और गोलू जोकि खुद भी ट्रांसपोर्टर है उसने काम लेकर धमकी दी थी। बता दें कि अमरजीत की मौत से 13 साल के बेटे और 11 साल की बेटी के सिर से पिता का साया उठ गया है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा
कुंडली थाना क्षेत्र के गांव सबौली में कारोबार को लेकर ट्रांसपोर्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमले के दौरान ट्रांसपोर्टर का भतीजा बाल-बाल बच गया। चाचा-भतीजा स्कूटी पर सवार होकर दिल्ली के नरेला स्थित होटल पर खाना लेने जा रहे थे। भतीजे के बयान पर पुलिस ने चार हमलावरों के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने ट्रांसपोर्टर के शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। गांव सबौली निवासी हरीश ने बताया कि उनके चाचा अमरजीत उर्फ मोनू (38) ट्रांसपोर्ट का काम करते थे।
होटल पर जा रहा था खाना लेने
वह रविवार रात को अपने चाचा के साथ स्कूटी पर सवार होकर खाना लेने दिल्ली के नरेला होटल पर जा रहे थे। जब वह सबौली-नरेला रोड पर गांव की फिरनी में पहुंचे तो इसी दौरान वहां कार खड़ी मिली। सडक किनारे खड़ी कार में गांव का गोलू व आशीष उर्फ बाली, झज्जर के गांव लडरावण का मुकेश उर्फ सीटू तथा सीटू का दोस्त बैठे थे। जब वह उनकी कार के पास से गुजरने लगे तो गोलू ने आवाज देकर उन्हें रुकवा लिया। गोलू भी उनके चाचा अमरजीत की तरह ट्रांसपोर्ट का काम करता है। गोलू ने उन्हें रोकते ही उनके चाचा को कहा कि तू मेरे काम में ज्यादा दखल अंदाजी करता है। मैंने तुझे पहले भी समझाया था, तू अकेला ट्रांसपोर्टर बनना चाहता है। जिसके बाद कार में बैठे चारों युवक उनके साथ गाली-गलौज करने लगे। साथ ही उन्हें धमकी देने लगे।
ट्रांसपोर्टर पर हत्या करवाने का आरोप
हरीश का कहना है कि वह अपने चाचा को वहां से लेकर वापस मुडकऱ जाने लगे। इसी दौरान गोलु ने अपने दोस्त सीटू को कहा कि गोली मार दे। इस दौरान सीटू ने कार से नीचे उतर कर पिस्तौल से गोलियां चलानी शुरू कर दी। हरीश ने आरोप लगाया कि आरोपी ने तीन फायर किए। जिसमें एक गोली उनके कान के पास से गई तो वह बाल-बाल बच गए। इसी दौरान गोली उनके चाचा की कमर के निचले हिस्से में आकर लगी। जिससे उनके चाचा घायल हो गए। जिसके बाद हमलावर भाग गए। वह गांव के ही मोहित के साथ अपने चाचा को कार में लेकर बहालगढ़ रोड स्थित निजी अस्पताल में पहुंचे। जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रेफर कर दिया। वह उन्हें एक अन्य निजी अस्पताल में ले गए।
उपचार के दौरान मौत
हरीश ने बताया कि अस्पताल में उसके चाचा की उपचार के दौरान मौत हो गई। सूचख्ना के बाद पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। कुंडली थाना पुलिस ने मामले में हरीश के बयान पर गोलू, मुकेश उर्फ सीटू, आशीष उर्फ बाली व अन्य के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस मामले में जांच कर रही है। मोनू के पास दो बच्चे है। जिसमें बड़ा बेटा करीब 13 साल व बेटी करीब 11 साल की है। पिता का पहले ही निधन हो चुका है। उनके चाचा के निधन के बाद उनके परिवार का पालन-पोषण भी यही करते थे।
गांव के सरपंच ने पुलिस को कराया अवगत
गांव सबौली में युवक की गोली मारकर हत्या की गई है। मामले में परिजनों ने चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। जिस पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले में गहनता से जांच की जा रही है। गांव के सरपंच ने उन्हें युवक को गोली मारने की सूचना दी थी।
इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार, थाना प्रभारी, कुंडली।
जमीन पर पड़ी मिली पूनम, पड़ोसी ने दिए ब्यान
गांव बढ़मलिक की सहारा कॉलोनी में रविवार सुबह मूलरूप से राजस्थान की रहने वाली पूनम जमीन पर पड़ी मिली थी, उसके दोनों पैर टूटे हुए थे। कमरा नंबर 29 में रहने वाली पूनम से पड़ोसी किराएदार असमत ने बात की तो उसने बताया कि चंदन चौरसिया ने उसे धक्का दिया है। पूनम के बयानों की असमत ने वीडियो भी रिकॉर्ड कर ली थी। इसी बीच सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंचीं तो पूनम को अस्पताल लाया गया, जहां से पीजीआई ले जाया गया। पीजीआई में पूनम ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद चंदन चौरसिया के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। जानकारी मिली है कि पूनम का पति राजस्थान में रहता है और यहां वो अपने बेटे के साथ रहती थी और चंदन को पूनम का परिचित बताया जा रहा है।
गला दबाकर उतारा शमशेर को मौत के घाट
मॉडल टाउन के रहने वाले शमशेर की हत्या सोमवार को अंजाम दी गई है। बताया गया है कि 49 साल का शमशेर कुछ समय पहले सेक्टर 12 के पास शादीपुर के रकबे में एक चाय की दुकान चलाता था। लगभग 6 माह से शमशेर कोई काम नहीं कर रहा था। जहां चाय की दुकान चलाता था उसी जगह पर सोमवार को अपने साथियों के साथ शराब का सेवन कर रहा था। इसी दौरान दोस्तों के साथ नशे में कहासुनी हुई तो शमशेर की गला दबाकर हत्या कर दी गई। किसी राहगीर ने शव को देखा तो पुलिस को सूचना दी।
बेटे को स्कूल छोड़कर आते समय गोलियों से भूना
गांव मोहाना में सात माह पहले हुई हत्या की रंजिश में युवक की सात गोली मारकर हत्या करने के मामले की आगामी जांच सीआईए गोहाना को सौंपी गई है। सीआईए गोहाना मामले में आगामी कार्यवाही करेगी। मोहाना गांव में युवक चाचा के साथ अपने बेटे को स्कूल में छोड़ने के बाद वापस घर लौट रहे था। जहां बाइक पर आए हमलावरों ने उसे गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने युवक के चाचा के बयान पर 13 नामजद समेत अन्य के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, षड्यंत्र रचने का मुकदमा दर्ज कर लिया था।
परिवार को खत्म करने की मिली है धमकी
हमलावरों ने धमकी दी कि आनंद की हत्या का बदला तुम्हारे सारे खानदान को खत्म कर लेंगे, अभी तो एक ही मारा। उसके बाद वह भाग गए। सरेआम युवक की हत्या से गांव में सनसनी फेल गई। सूचना के बाद मोहाना थाना प्रभारी अरुण कुमार और गोहाना सीआईए की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच की और पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। जहां शव का एक्स-रे कराया गया। जिसके बाद शव को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के लिए खानपुर रेफर कर दिया था। पुलिस ने महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया था।
सीआईए करेगी जांच
मामले में आगामी जांच के लिए सीआई गोहाना को जांच सौंपी है। मोहाना थाना पुलिस ने मृतक के चाचा के बयान पर 13 आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया था।
-अरूण कुमार, प्रभारी मोहाना थाना।
चिता से उठाया रोहिता का शव
गांव बोहला के शमशान घाट में रविवार को 23 वर्षीय रोहित के शव का संस्कार किया जा रहा था, मौके पर पुलिस बल पहुंचा तो रोहित का शव चिता से हटावाया गया। पुलिस को गांव के सरपंच राजसिंह ने जानकारी दी थी कि रोहित की हत्या मारपीट के कारण हुई है, जबकि शव का संस्कार करते समय मकान की सीढ़ियों से गिरने से लगी चोटों को वजह बताया गया था। सरपंच की सूचना के आधार पर पुलिस ने शव को चिता से उठवाकर नागरिक अस्पताल भिजवाया। जहां से शव 80 प्रतिश जला होने के कारण पोस्टमार्टम के लिये खानपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। पुलिस ने गांव के सरपंच के बयान पर आरोपित पिता जयप्रकाश के खिलाफ हत्या व शव को खुर्द-बुर्द करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है, हालांकि मौत के कारणों की पुष्टि विसरा रिपोर्ट आने के बाद होगी। लेकिन रोहित के जाने से, ढाई साल की उसकी विवाहिता विधवा हो गई और चार माह के बेटे के सिर से बाप का साया उठ गया।
अविवाहिता था रणधीर, खेत में मिला शव
गांव सिसाना-2 निवासी रामकिशन के अनुसार उनका भाई रणधीर (50) पुत्र बलवंत सिंह खेतीबाड़ी करता था। वह अविवाहित थे और ज्यादातर खेत के पड़ोसी रणधीर पुत्र जिले सिंह के खेत में बने कमरे में रहते थे। रविवार को जब वह खेत में पहुंचे तो उनके भाई का शव बरसीम के अंदर पड़ा था। उनके भाई की बेरहमी से पीटकर हत्या की गई थी। उनके भाई के सिर, हाथ, पैर पर चोट के निशान थे व शव खून से लथपथ पड़ा था। पड़ोसी किसान रणधीर पुत्र जिले सिंह, उसके बेटे सुमित, सोनू, उसकी पत्नी, और भाई नरेंद्र पर हत्या का शक जताया था। पड़ोसी किसान के खेत में बने कमरे के पास संघर्ष के निशान और खून के छींटें देखे हैं। रणधीर 8 भाई-बहनों में पांचवें नंबर के थे।