Sonipat: साइबर थाना पुलिस ने व्हाट्सएप कॉल कर अश्लील वीडियो बनाने के बाद खुद को पुलिस अधिकारी बताकर लोगों से नकदी ऐंठने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया। आरोपितों को टीम ने सोनीपत के कुंडली थाना क्षेत्र के ग्रामीण को झांसे में लेकर 7.76 लाख रुपए ठगने के मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की शिनाख्त परेड कराई जाएगी। उसके बाद पुलिस उनकी पहचान उजागर करेगी। देशभर के विभिन्न राज्यों में इस तरह की 1925 शिकायत बताई जा रही है, जिसमें 80 मुकदमें दर्ज किए गए है।
वीडियो कॉल कर बनाते थे अश्लील वीडियो
कुंडली थाना क्षेत्र के व्यक्ति ने एक फरवरी को साइबर थाना पुलिस को बताया कि उनके पास 27 जनवरी की रात को वीडियो कॉल आई, जिसमें एक युवती निर्वस्त्र दिखाई दी। उसने कॉल करने के बाद उनकी अश्लील वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने व रिश्तेदारों के पास भेजने की धमकी दी। बाद में किसी ने खुद को डीजीपी विक्रम बताते हुए मुकदमा दर्ज करने की बात कही। साथ ही कहा कि मुकदमे से बचना है तो सोशल मीडिया पर बात कर लो। उसके बाद किसी ने हेमंत बनकर कॉल की। वीडियो को सोशल मीडिया से हटाने की एवज में 7.76 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। उन्होंने परिजनों को बताया, जिसके बाद पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई गई। साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
साइबर क्राइम पुलिस ने 5 आरोपियों को किया काबू
धोखाधड़ी के मामले में साइबर थाना प्रभारी की टीम ने कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को राजस्थान, मध्यप्रदेश और दिल्ली से गिरफ्तार किया। आरोपितों से दो मोबाइल, दो सिम, 12 आधार कार्ड, आठ पेन कार्ड, 16 डेबिट कार्ड, पांच चेकबुक, पांच पासबुक व 12200 रुपए बरामद किए। मामले को लेकर डीसीपी ईस्ट गौरव राजपुरोहित का कहना है कि साइबर अपराधी व्हाट्सएप या इंस्टाग्राम के माध्यम से लोगों को झांसे में लेकर ठगी करते है। सभी से अनुरोध है कि इस प्रकार कोई रुपए मांगे तो उसे पैसे देने के बजाय पुलिस को शिकायत करें। पुलिस हरसंभव मदद कर आरोपितों को गिरफ्तार करेगी।