योगेंद्र शर्मा, चंडीगढ़: प्रदेश की राजधानी के कई सेक्टरों में सियासी दिग्गजों, मंत्रियों के लिए सरकारी बंगलों को अलाट कर दिया गया है। हालांकि कुछ सरकारी आवास इस तरह के भी हैं, जिन्हें अभी तक हारने वाले कुछ मंत्रियों ने खाली ही नहीं किया है, लेकिन राज्य की नायब सैनी सरकार की ओर से विजय प्राप्त करने वाले मंत्रियों को अलॉट कर दी गई हैं। इन कोठियों में साज सज्जा का काम भी शुरु हो गया है। इसी तरह से राजधानी चंडीगढ़ हरियाणा सचिवालय में नए मंत्री अपने दफ्तरों को भी अपने हिसाब से आलीशान बनाने में जुटे हुए हैं।

सरकारी बंगलों में शुरू हुआ काम

नए मंत्रियों के लिए सरकारी बंगलों में नए फर्नीचर और साज सज्जा, डेंटिंग, पेंटिंग की शुरुआत हो गई है। इन कोठियों की बात करें, तो राजधानी में जिन जिन मंत्रियों को बंगले अलॉट हुए हैं। सबसे पहले बात करें, तो प्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष चुने गए हरविंद्र कल्याण को सेक्टर 2 स्थित 48 नंबर की कोठी अलाट हो गई है। खास बात यह है कि अक्सर यह कोठी स्पीकर के पास ही रही है। भले ही उसमें पूर्व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता हों या फिर एक वक्त में स्पीकर रहे कंवरपाल सिंह गुर्जर, दोनों ही चुनाव हार गए है। दोनों वरिष्ठ नेता भी इसी कोठी में रहे थे।

कृष्ण पंवार को मिली सेक्टर 3 में कोठी

कृष्ण पंवार को सेक्टर तीन स्थित 32 नंबर कोठी अलाट हुई है। पंवार पूर्व मंत्री रह चुके हैं, साथ ही सांसद भी बन गए थे। इसके अलावा शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा को सेक्टर 2 में 49 नंबर कोठी अलॉट हुई है। जबकि एक बार फिर से मंत्री बने राव नरबीर सिंह को सेक्टर पांच में 52 नंबर बंगला अलॉट किया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री के निजी सचिव रविकांत को सेक्टर सात में 57 नंबर बंगला अलॉट हुआ है। मंत्री विपुल गोयल एक बार फिर से चंडीगढ़ के सेक्टर सात में ही रहेंगे, उन्हें 68 नंबर का सरकारी आवास अलॉट हो गया है।

श्रुति चौधरी को मिली 72 नंबर कोठी

मंत्री श्रुति चौधरी को सेक्टर सात में विपुल गोयल के  पड़ोस में ही 72 नंबर कोठी अलाट हुई है। लोक निर्माण विभाग के मंत्री और पूर्व में डिप्टी स्पीकर रह चुके रणबीर सिंह गंगवा को सेक्टर सात में 73 नंबर कोठी अलाट हुई है। इसी तरह से नए मंत्री गौरव गौतम को भी इसी सेक्टर में 75 नंबर बंगला अलॉट हुआ है, जबकि आरती सिंह राव को सेक्टर सात में ही 82 नंबर आवास अलॉट किया गया है। जींद से जीतकर आए और डिप्टी स्पीकर बने कृष्ण मिढ़ा को सेक्टर 16 में 239 नंबर कोठी अलाट हुई है।

कोठियों को लेकर भी अंधविश्वास

मंत्रियों को अलाट होने वाले सरकारी बंगलों को लेकर भी तरह तरह के अंधविश्वास फैले हुए है। जिन कोठियों में रहने वाले मंत्री हार जाते हैं, उनको लेने में नए जीतकर आने वाले हिचकतें हैं। वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर खुद साढ़े चार साल वित्त मंत्री रहे हैं। वे सांसद चुनाव जीते और केंद्र में मंत्री हैं। सूबे की 48 नंबर कोठी को लेकर ज्यादा वहम फैलाया जाता है, अब यह स्पीकर को अलाट हुई है। कोठी में पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ रहे, चौधरी बीरेंद्र सिंह रहे, रणदीप सुरजेवाला के अलावा भी कई दिग्गज रहे थे, जो चुनाव जीतकर नहीं आए। इसके साथ ही डिप्टी सीएम बने दुष्यंत चौटाला भी इसी में रहे, वे भी जीतकर नहीं आए।

अनिल विज फिर से नहीं लेंगे सरकारी बंगला

राजधानी चंडीगढ़ में एक तरफ जहां कई सियासी दिग्गज मारामारी कर रहे हैं, साथ ही पिछले काफी दिनों से कोठियों को लेकर पड़ताल करते हुए घूम रहे थे। वहीं, प्रदेश की नायब सैनी सरकार में जीतकर आए अनिल विज एक बार फिर से कोठियों के फेर में नहीं हैं। विज अंबाला छावनी में रहते हैं, साथ ही उन्होंने मनोहरलाल खट्टर सरकार पार्ट वन और उसके बाद में दूसरी बार बनी सरकार पार्ट टू में भी सरकारी बंगला नहीं लिया था। इस बार भाजपा की हैट्रिक के बाद में नए मंत्री बने नेतागण जहां अपने समर्थकों को सरकारी बंगले दिखा रहे हैं। वहीं विज भाजपा की तीसरी सरकार में भी बंगला लेने के लिए तैयार नहीं हैं।

भाजपा अध्यक्ष के लिए कोठी की तलाश

प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष मोहनलाल बडौली के लिए भी राजधानी चंडीगढ़ में कोठी की व्यवस्था करने के प्रयास चल रहे हैं। कई पूर्व मंत्री जो चुनाव हार चुके हैं, वे भी कोई पद लेकर चंडीगढ़ में सरकारी गाड़ी, बंगला और गनमैन आदि के जुगाड़ में जुटे हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि बडौली के लिए भाजपा किसी अन्य मंत्री, सलाहकार आदि के नाम पर बंगला अलॉट कर व्यवस्था कर सकती है।