Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदल गई है। बीजेपी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखते हुए चुनाव की तारीख बढ़ाने की मांग की थी, ताकि वोट प्रतिशत बढ़ सके। बीजेपी ने दावा किया था कि शनिवार, रविवार और गांधी जयंती के कारण लोग कहीं बाहर घूमने या किसी और काम से बाहर जा सकते हैं, इससे वोट प्रतिशत प्रभावित होगा, इसलिए चुनाव की तारीख बढ़ाई जाए। अब चुनाव की तारीख बदलने के बाद विपक्ष बीजेपी पर हमलावर हो रहा है।
बुरी तरह हारने वाली है बीजेपी- सिसोदिया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने चुनाव की तारीख बदलने को लेकर कहा कि बीजेपी का डर साफ तौर पर दिख रहा है। बीजेपी का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी हर चुनाव बुरी तरह से हारने वाली है। जनता ने भाजपा को नकारना शुरू कर दिया है। हरियाणा चुनाव में भी भाजपा को करारी हार मिलने वाली है।
भाजपा ने पहले ही हार स्वीकार ली- हुड्डा
हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग का अधिकार है, उन्होंने तारीख आगे बढ़ाई है। भाजपा पहले ही हरियाणा में हार स्वीकार कर चुके हैं। जब हरियाणा सरकार ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा था, मैंने उस समय कहा था कि भाजपा ने हार स्वीकार कर ली है।
अनिल विज ने आयोग के फैसले को सराहा
भाजपा नेता अनिल विज ने चुनाव की तारीख बदलकर 5 अक्टूबर करने के चुनाव आयोग के फैसले को सराहा है। उन्होंने कहा कि हम चुनाव आयोग के बहुत आभारी हैं कि उन्होंने हमारी याचिका पर चिंतन किया और चुनाव की तारीखों को बदला है। अगर एक अक्टूबर को चुनाव होता, उसके अनुसार लोगों को 5 छुट्टियां मिलतीं और लोग छुट्टियों मनाने के लिए या जरूरी काम से बाहर जा सकते थे। इससे मतदान प्रतिशत घटता है। अब ज्यादा लोगों को वोट करने का अवसर मिल रहा है।
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