Haryana Assembly Election: हरियाणा के रेवाड़ी जिले के तीनों विधानसभा सीटों पर बीजेपी में बगावत जारी है। जिसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी टेंशन में दिखाई दिए। उन्होंने खुले मंच से कहना बड़ा कि कुछ लोग पार्टी का अनुसाशन तोड़कर निर्दलीय खड़े हैं। ऐसे में मैं लोगों से अपील करता हूं कि जिनके पास कमल का फूल है, उन्हें ही वोट दें। इसके अलावा इस रैली से केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत का बड़ा बयान सामने आया है, जिसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है।
दरअसल, राव इंद्रजीत ने मंच से कहा कि चाहे दूसरे उम्मीदवार को टिकट मिलने से निराशा हो, तो भी बीजेपी पार्टी के हित से बड़ा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दक्षिण हरियाणा की राजनीति यहीं से चलती है। उन्होंने कहा कि अपनी बेटी आरती राव का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी बेटी 2 बार से टिकट मांग रही थी। लेकिन उसे टिकट नहीं मिली, इसके वाबजूद भी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। ऐसे में सभी के लिए पार्टी सबसे पहले है।
राव इंद्रजीत की बेटी को टिकट देने से नाराज है कई दिग्गज नेता
बता दें कि इस बार राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव चुनावी मैदान में है। बीजेपी ने उन्हें अटेली विधानसभा सीट से टिकट दिया है। जिसके बाद से पार्टी नेताओं में विवाद शुरू हो गया है। कई नेता बागी हो गए है। ऐसे में इंद्रजीत को अपनी बेटी की हार का डर सता रहा है। ये ही वजह है कि उन्होंने सभी नेताओं से कहा है कि पार्टी सबसे ऊपर है और सभी को नाराजगी दूर कर पार्टी को जिताने का प्रयास करना चाहिए।
इस वजह से है टेंशन में बीजेपी और इंद्रजीत राव
दरअसल, रेवाड़ी में गुटबाजी की वजह से बीजेपी साल 2019 के विधानसभा चुनावों भी रेवाड़ी सीट हार गई थी। पिछले बार की तरह इस बार भी इसी तरह के हालात बने हुए है। हालांकि, उस वक्त बागी खुलकर सामने आ गए थे।लेकिन, इस बार पार्टी में रहकर ही साइलेंट हैं, जिसकी वजह से इस बार खतरा पिछली बार के मुकाबले ज्यादा है। रेवाड़ी की तीनों सीटों पर पार्टी हाईकमान ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत को ज्यादा तवज्जो दी है। इसकी वजह से पार्टी के पुराने नेता रुठे हुए है और बीजेपी को हराने के लिए दूसरे प्रत्याशियों की मदद करने में लगे है।