Haryana Assembly Election: हरियाणा की आरक्षित सीट गुहला-चीका विधानसभा में इस बार चुनाव काफी रोचक होने जा रहा है। आपको बता दें कि यहां हुए अब तक के चुनाव में सबसे अधिक लोकदल परिवार ने बाजी मारी है। वहीं जनता पार्टी परिवार यहां तीन बार चुनाव जीत चुका है। अब तक हुए चुनावों की बात करें तो यहां से वर्ष 1977 में हुए चुनाव में ईश्वर सिंह विधायक बने थे। वे उस समय जनता पार्टी की टिकट पर एमएलए चुने गए थे।
इस विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास
बता दें कि ईश्वर सिंह को इसके बाद 42 साल बाद दूसरी बार विधायक बनने का मौका मिला। वे इस समय जननायक जनता पार्टी की टिकट पर विधायक हैं। वर्ष 1982 में हुए चुनाव में यहां से चौधरी दिल्लू राम बाजीगर ने लोकदल की टिकट पर चुनाव जीता। इसके बाद 1987 में बूटा सिंह ने भी लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद जनता पार्टी की ही टिकट पर अमर सिंह 1991 विधायक बने। इसके बाद 1996 में कांग्रेस की टिकट से फिर दिल्लू राम बाजीगर विधायक बने।
2014 में भाजपा को मिली थी जीत
वर्ष 2000 में यहां से अमर सिंह ने लोकदल की टिकट पर जीत दर्ज की। फिर 2009 में लोकदल की ही टिकट पर यहां से फूल सिंह खेड़ी ने जीत दर्ज की। इसके बाद वर्ष 2014 में यहां से भाजपा के कुलवंत बाजीगर विधायक बने। इसके बाद पिछले चुनाव में जेजेपी की टिकट पर ईश्वर सिंह विधायक बने। सबसे अधिक तीन बार दिल्लू राम ने इस हलका की नुमाइंदगी की है। इस बार मुकाबला कांग्रेस व भाजपा में आमने सामने का हो सकता है, लेकिन यह हलका पंजाब से सटा होने के चलते आम आदमी पार्टी भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।
कांग्रेस से टिकट के लिए कशमकश जारी
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस से जहां दिल्लू राम बाजीगर व देवेंद्र हंस टिकट के दावेदार हैं। वहीं भाजपा से पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर, पिछला चुनाव लड़ने वाले रवि तारांवाली सहित कई अन्य नेता भी कतार में हैं। देखना होगा दोनों पार्टियां किस उम्मीदवार पर दांव खेलती हैं। मौजूदा विधायक ईश्वर सिंह भी अपने परिवार सहित कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। वे भी टिकट के लिए पूरी दौड़ धूप कर रहे हैं।
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