Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा की तोशाम सीट इस बार के विधानसभा चुनाव में काफी सुर्खियों में रही, जहां पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने कांग्रेस उम्मीदवार अनिरुद्ध चौधरी के लिए प्रचार किया था। यहां 62% मतदान हुआ और अब नतीजे आने शुरू हो गए। इस सीट (Tosham Seat Result) पर बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी को उतारा है, जो रिश्ते में अनिरुद्ध की बहन हैं। चुनावी मैदान में बहन भाई को पटखनी देती हुई नजर आ रही हैं।   

सहवाग ने कांग्रेस के लिए किया था प्रचार
हरियाणा की तोशाम सीट पर बीजेपी की श्रुति चौधरी ने निर्णायक बढ़त बना ली है, वे कांग्रेस के अनिरुद्ध चौधरी से 10,496 वोटों से आगे हैं। श्रुति को अब तक 56,787 वोट मिल चुके हैं। यह सीट खास इसलिए है क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने यहां अनिरुद्ध चौधरी के लिए चुनाव प्रचार किया था। सहवाग ने प्रचार के दौरान अनिरुद्ध को अपना बड़ा भाई बताया और जनता से अपील की कि वे अनिरुद्ध को भारी मतों से जिताएं।

तोशाम सीट पर भाई-बहन की टक्कर
तोशाम सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला है, क्योंकि यहां एक ही परिवार के 2 सदस्य एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे। बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने उनके चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दिया। दोनों बंसीलाल की तीसरी पीढ़ी से हैं और इस चुनावी मुकाबले ने पूरे हरियाणा का ध्यान खींचा है। किरण चौधरी, जो बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को संभालती आई हैं, अब बीजेपी के साथ हैं। वे लगातार 5 बार तोशाम से विधायक चुनी गईं। अब बीजेपी कोटे से राज्यसभा सांसद हैं। 

हरियाणा विस चुनाव मतगणना का ताजा आंकड़ा

  • अब तक 12 चरणों की काउंटिंग के बाद श्रुति चौधरी 56,787 वोटों के साथ अपने भाई अनिरुद्ध चौधरी से 10,496 वोटों से आगे हैं। तोशाम सीट पर इस बार 62% मतदान हुआ। 
  • 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस की किरण चौधरी ने जीत हासिल की थी, जहां उन्होंने बीजेपी के शशि रंजन परमार को 18 हजार से ज्यादा मतों से हराया था।

सहवाग ने किया था कांग्रेस कैंडिडेट के लिए प्रचार
वीरेंद्र सहवाग ने प्रचार के दौरान कहा था कि अनिरुद्ध चौधरी जनता से किए गए सभी वादों को जरूर पूरा करेंगे, क्योंकि उनके पास प्रशासनिक अनुभव है। मैं अनिरुद्ध के लिए अपना कर्तव्य निभा रहा हूं, क्योंकि बड़े भाई की मदद करना जरूरी होता है।