Mahendragarh: हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) गांधीनगर डिजिटल, साइबर और साइक्लोजिकल फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में अब मिलकर काम करेंगे। दोनों ही संस्थानों ने इस साझेदारी के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने कहा कि इस साझेदारी का उद्देश्य फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में अनुसंधान, शिक्षण और प्रशिक्षण की संभावनाओं में वृद्धि करना है।
एमओयू दोनों संस्थाओं के बीच बढ़ाएगा आपसी सहयोग
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह एमओयू दोनों संस्थानों के बीच आपसी सहयोग के नई संभावनाओं के विकास व विस्तार में सहयोग प्रदान करेगा। यह एमओयू शिक्षक व विद्यार्थियों के स्तर पर आवश्यक शिक्षण, प्रशिक्षण और राष्ट्रीय सेमिनार, कार्यशालाओं के आयोजन के माध्यम से ज्ञान व कौशल विकास में मददगार साबित होगा। इस प्रयास के माध्यम से पारस्परिक अनुसंधान व शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा संस्थागत संसाधनों के स्तर पर ढांचागत सुविधाओं का विस्तार भी किया जाएगा।
फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र को बढ़ावा देना उद्देश्य
एनएफएसयू के कैंपस निदेशक प्रो. डॉ. एसओ जुनारे ने कहा कि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के साथ इस साझेदारी के माध्यम से हमारा लक्ष्य डिजिटल, साइबर और साइक्लोजिकल फोरेंसिक साइंस में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है। यहां बता दें कि एनएफएसयू, राष्ट्रीय महत्व का एक प्रतिष्ठित संस्थान है जो फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने का कार्य करता है। इसी तरह हकेंवि भी स्नातक, स्नातकोत्तर व शोध पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने वाला देश का प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय हैं। समझौता ज्ञापन पर प्रोफेसर डॉ. एसओ. जुनारे कैंपस निदेशक एनएफएसयू गांधीनगर और प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार, कुलपति हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा प्रोफेसर डॉ. सतीश कुमार, डीन स्कूल ऑफ फोरेंसिक साइंस व एसएल शर्मा, उपकुलसचिव, एनएफएसयू की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।