हरियाणा का विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस ने बदलाव की शुरूआत कर दी है। कांग्रेस ने जितेंद्र बघेल की हरियाणा में एंट्री कराते हुए नया सह प्रभारी नियुक्त कर दिया है। हालांकि, यह नियुक्ति कांग्रेस में गुपचुप तरीके से हुई है। इसकी जानकारी तब हुई जब बघेल मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस की मीटिंग में पहुंचे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस जल्द ही जितेंद्र बघेल को हरियाणा प्रभारी की कमान भी सौंप सकती है। खबरों की मानें, तो राहुल गांधी के करीबी समझे जाने वाले बघेल की नियुक्ति को 10 दिन हो गए हैं। हालांकि, कांग्रेस की ओर से इस बारे में कोई बयान जारी नहीं किया गया। लेकिन, जब जितेंद्र बघेल मंगलवार को कांग्रेस की चुनाव में हार के कारण जानने के लिए बनी 8 मेंबर कमेटी की बैठक में पहुंचे, तो इस बात की जानकारी हुई। बैठक में जितेंद्र बघेल ने आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए और वह 9 नवंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में भी शामिल होंगे। इसके साथ चुनाव हारने वाले नेताओं से चर्चा कर फीडबैक लेंगे।
कौन है जितेंद्र बघेल
जितेंद्र बघेल ने कांग्रेस से ही अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की है। उन्हें राहुल गांधी का करीबी समझा जाता है। वह दिल्ली के तिमारपुर विधानसभा के रहने वाले है। उन्होंने दिल्ली के हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएशन की है। यहीं से ही उन्होंने NSUI से पहला छात्रसंघ का चुनाव लड़ा था और इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की। वह कांग्रेस में 1996 से अब तक एक्टिव हैं। वर्तमान में बघेल कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव है और दिल्ली में पब्लिक ऑटो टैक्सी वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन हैं।
इसलिए हरियाणा कांग्रेस प्रभारी बन सकते हैं जितेंद्र बघेल
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। उन्होंने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए राहुल गांधी से भी बात की थी। ऐसे में चर्चा शुरू हो गई है कि जितेंद्र बघेल को हरियाणा कांग्रेस प्रभारी की भी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।