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Haryana Lok Sabha Election 2024: दिल्ली में आज हरियाणा कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया है। इसमें प्रत्याशियों के नामों का फाइनल करके सूची हाईकमान के पास भेज दी जाएगी। तीन ऐसी लोकसभा सीटें हैं, जिस पर सबकी नजर है। पढ़िये रिपोर्ट...

हरियाणा कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक आज दिल्ली में बुलाई गई है। इस बैठक में 9 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का चयन कर कांग्रेस हाईकमान के पास भेजा जाएगा। इसके बाद प्रत्याशियों की सूची जल्द जारी कर दी जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह सूची कल जारी हो सकती है। ऐसे में टिकट का इंतजार कर रहे नेताओं की धड़कनों का बढ़ना लाजमी है। खास बात है कि तीन लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जिस पर न केवल नेताओं की बल्कि आम लोगों की भी नजर है।

हरियाणा की हॉट लोकसभा सीटें

सोनीपत, हिसार और रोहतक ऐसी तीन लोकसभा सीटें हैं, जिस पर सबकी नजर रहेगी। दरअसल, सोनीपत को जहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है, वहीं रोहतक में भी भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा भी खासा प्रभाव रखते हैं। वे यहां से सांसद रह चुके हैं। हालांकि 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें अरविंद शर्मा से करीब 7 हजार वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। अब दीपेंद्र दोबारा से रोहतक सीट पर ही दावा पेश कर रहे हैं। हालांकि इसके लिए उन्हें राज्यसभा से इस्तीफा देना पड़ेगा। कांग्रेस नहीं चाहती है कि उन्हें राज्यसभा सांसद से इस्तीफा देना पड़ेगा, क्योंकि इससे यह सीट बीजेपी के पास जाना तय है। यही वजह है कि इस सीट पर सबसे ज्यादा पेंच फंसा है।

इसके अलावा हिसार लोकसभा सीट की बात करें तो यहां से भजनलाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी चल रही है। बीजेपी ने चंद्रमोहन बिश्नोई के भाई कुलदीप बिश्नोई को यहां से प्रत्याशी नहीं बनाया और रणजीत चौटाला को टिकट दे दिया। ऐसे में कांग्रेस भजनलाल परिवार से जुड़ी जनभावनाओं का फायदा उठाने के लिए चंद्रमोहन बिश्नोई को मैदान में उतार सकती है। लेकिन इसमें पेंच यह है कि कुछ दिन पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हिसार से पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने भी इस सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह सीट किसके पाले में जाएगी।

कुमारी शैलजा पर भी बड़ा दांव खेलने की तैयारी

जानकारों की मानें तो कुमारी शैलजा को भी मैदान में उतारने की तैयारी हो चुकी है। उन्हें अंबाला से या तो फिर सिरसा से चुनाव लड़वाया जा सकता है। सिरसा लोकसभा सीट पर अशोक तंवर चुनावी मैदान में हैं, जो कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी से सुनीता दुग्गल ने जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला है। ऐसे में सुनीता दुग्गल के समर्थक खासे नाराज हैं, जिसके चलते हरियाणा कांग्रेस इस मौके को भुनाने के लिए फायदे और नुकसान का गणित बैठा रही है। 

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