Haryana Election Results: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। हरियाणा में बीजेपी ने हैट्रिक मारते हुए इतिहास रच दिया है। प्रदेश में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत के साथ 48 सीटों पर जीत हासिल की और कांग्रेस 37 सीटें ही जीत पाई है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने प्रतिक्रिया दी है। इसके अलावा मनीष सिसोदिया हरियाणा में कांग्रेस की हार की वजह भी बताई है।
हरियाणा के चुनावी परिणामों पर अरविंद केजरीवाल की प्रतिक्रिया
हरियाणा के चुनावी परिणामों पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चुनाव परिणामों का सबसे बड़ा सबक यह है कि चुनावों में कभी भी अति आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा वाले हरियाणा में जाकर कांग्रेस को गालियां दे रहे थे, लेकिन इन्होंने 10 साल में हरियाणा में क्या किया? अपने काम गिनाने चाहिए थे। लेकिन भाजपा के पास पिछले 10 साल में गिनाने के लिए एक भी काम नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने अभी लोकसभा चुनाव लड़ा। 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद भी भाजपा ने ऐसा कोई काम नहीं नहीं किया जिसे वह बता सके। जबकि आज पूरे देश में सब जानते हैं कि आम आदमी पार्टी ने बिजली, पानी, अस्पताल, स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, सीसीटीवी, बुजुर्गों की मुफ्त तीर्थ यात्रा और महिलाओं की फ्री बस यात्रा की सुविधाएं दी हैं। यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
कांग्रेस की एकजुटता में कमी रही- मनीष सिसोदिया
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कांग्रेस की हार की वजह बताई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कुछ किया नहीं था, उसे जनता हराना चाहती थी। लेकिन कांग्रेस की रणनीति में, उसकी एकजुटता में कहीं कमी रही जिसके कारण उसे हार का सामना करना पड़ा।
हम एक बहुत बड़ी राजनीतिक कहानी का बन चुके हैं हिस्सा- सिसोदिया
आप के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि देखने में लग सकता है कि हमारा अपना वजूद छोटा है। हम तो अपनी राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन ये हकीकत है कि हम एक बहुत बड़ी राजनीतिक कहानी का हिस्सा बन चुके हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली नगर निगम को बने कितने साल हो गए। 57 से आज तक दिल्ली नगर निगम की कभी इतनी चर्चा हुई थी, जितनी आप की वजह से हो रही है।
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उन्होंने कहा कि माना कि हम पार्षद और एमएलए अभी बने हैं, लेकिन राजनीतिक कीड़ा तो पहले से ही था। आप चाहें या न चाहें, लेकिन ये सुर्खियां आगे आने वाले इतिहास में लिखी जाएंगी। इन सुर्खियों पर चर्चाएं हो रही होंगी कि किसी समय अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में एक सेना आई थी और वह डट कर लड़ती थी।