Haryana Education: हरियाणा से विद्यार्थियों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। दरअसल हरियाणा में अब HTET (हरियाणा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) और STET (स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) के प्रमाण पत्र कभी रद्द नहीं किए जाएंगे। हरियाणा सरकार का कहना है कि इनकी वैधता जिंदगी भर रहेगी। हरियाणा सरकार का यह फैसला विद्यार्थियों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में एक नई सौगात लेकर आया है।

सरकार के फैसले के खिलाफ थे स्टूडेंट्स

हरियाणा सरकार ने "स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट" को 2008 में शुरू किया था। लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर "हरियाणा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट " कर दिया था। पहले इनके प्रमाण पत्र 5 साल के लिए वैध होते थे, लेकिन बाद में मनोहर लाल सरकार के समय स्टूडेंट्स के कहने पर 2020 में इन प्रमाण पत्रों को 7 साल के लिए वैध कर दिया था। इसके बाद भी स्टूडेंट्स सरकार के फैसले से संतुष्ट नहीं थे।

प्रमाणपत्र हमेशा के लिए होंगे वैध

स्टूडेंट्स ने सरकार के सामने मांग रखी कि प्रमाणपत्र को ताउम्र के लिए वैध कर देना चाहिए। अब सरकार ने प्रमाण पत्र को ताउम्र वैध करने के फैसले को हरी झंडी दिखा दी है। जल्द ही योग्य स्टूडेंट्स को आजीवन वैधता संबंधी प्रमाणपत्र जारी कर दिए जाएंगे। सरकार के इस फैसले के बाद शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव विनीत गर्ग ने इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इस नोटिफिकेशन मुताबिक जो स्टूडेंट्स पहले पास हो गए हैं उन्हें भी सरकार की तरफ से जारी भर्तियों में आवेदन करने का मौका मिलेगा। लेकिन इसके लिए पास आउट स्टूडेंट्स की उम्र तय मानकों के अनुसार होना जरूरी है।

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परीक्षा के लिए HTET पास होना जरूरी

सबसे जरूरी बात यह है कि जो स्टूडेंट्स 2016 में पास हो गए हैं वह भी भर्ती में आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा HTET प्रमाण पत्र 7 साल के लिए वैध होने के कारण जिन विद्यार्थियों के प्रमाणपत्र अवैध हो गए थे, वह भी इन भर्तियों में आवेदन कर सकते हैं। विद्यार्थियों जेबीटी (जूनियर बेसिक ट्रेंड), टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) और पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) इन तीनों श्रेणियों की परीक्षा के लिए एचटेट पास होना जरुरी है। जो विद्यार्थी एचटेट पास होंगे वह इन भर्तियों के लिए आवेदन कर सकते हैं।