Haryana Politics: हरियाणा सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को आदेश दिया है। सरकार की तरफ से हुड्डा को कहा गया है कि उन्हें चंडीगढ़ में दी गई कोठी नंबर 70 खाली करनी पड़ेगी। हुड्डा ने कोठी खाली करने के लिए सरकार से 15 दिन का समय मांगा है। हरियाणा में कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष को लेकर पहले से ही घमासान मचा हुआ है। अब सरकारी कोठी खाली करने के आदेश ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलों को बढ़ा दिया है।

हुड्डा क्यों करेंगे कोठी खाली ?

जानकारी के मुताबिक, हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल को कोठी पसंद आ गई है। विपुल गोयल ने कोठी के लिए आवेदन भी कर दिया है। दूसरी तरफ कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं हुआ है। जिसकी वजह से कोठी को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का दावा कमजोर पड़ गया है। अगर भूपेंद्र सिंह हुड्डा नेता प्रतिपक्ष के पद पर होते है तो उन्हें कोठी खाली नहीं करनी पड़ती। नेता प्रतिपक्ष को होने पर हुड्डा को कैबिनेट रैंक का दर्जा होता है।

साल 2019 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा नेता प्रतिपक्ष थे। उस दौरान उन्हें चंडीगढ़ सेक्टर 7 में 70 नंबर कोठी अलॉट की गई थी। 5 सालों तक इस कोठी में कांग्रेस पार्टी का कब्जा था। 2019 से पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 2014 से 2019 तक चंडीगढ़ के सेक्टर 3 के  MLA फ्लैट में रहते थे। हुड्डा के कोठी खाली करने पर  नए नेता प्रतिपक्ष को नया आवास दिया जाएगा।

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नए नेता प्रतिपक्ष को इस सेक्टर में मिल सकता है फ्लैट

ऐसा कहा जा रहा है कि चंडीगढ़ के सेक्टर 3, सेक्टर 7, सेक्टर 16 और पंचकूला के सेक्टर में सरकारी आवास बने हुए हैं। इनमें से किसी भी सेक्टर में नए नेता प्रतिपक्ष को सरकारी आवास अलॉट किया जा सकता है। हरियाणा में जब बीजेपी की सरकार का गठन होने के बाद हारे मंत्रियों ने सरकारी आवास खाली कर दिया था।

सभी मंत्रियों को कोठी अलॉट हो चुकी है। सेक्टर 3 में सीएम आवास के साथ वाली कोठी मंत्री कृष्ण लाल पंवार को दी गई थी। पहले इस कोठी पर अनिल विज का नाम चर्चा में था, विज के मना करने पर कोठी पंवार को दे दी गई थी। 

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