Kaithal: चुनाव आयोग द्वारा सही चुनाव करवाने को लेकर नए नियम व कायदे कानून शुरू किए गए हैं। इनको धरातल पर अमल में लाने के लिए टीम शुक्रवार को गांव में उतरी और विकलांग व बुजुर्गों के पोस्टल वोट कलेक्ट करने के लिए कैथल के कुतुबपुर गांव में पहुंचे। वहां पर गांव में टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। वहां मौके पर एक राजनीतिक पार्टी के नेता भी पहुंचे। लोगों ने टीम पर आरोप लगाया कि जिस बाक्स में वोट डलवाई जा रही थी, उस पर सील नहीं लगी थी। बिना सील के बाक्स में वोट डलवाने से धांधली की आशंका है, जिसके कारण विरोध किया गया।
बिना सील बंद पेटी में डलवा रहे थे वोट
मामले के अनुसार बुजुर्गों व विकलांगों के लिए एक नई पहल चुनाव आयोग ने शुरू की थी। इसका मकसद हर घर से विकलांग व बुजुर्गों की वोट कलेक्ट करना था। इसके लिए एक टीम कैथल के कई गांव में जानी थी लेकिन पहले ही गांव में लोगों ने इस बात को लेकर विरोध जता दिया कि जिस पेटी में वोट इकट्ठे किए जा रहे हैं, उसमें सील नहीं लगी थी। इसी बात को लेकर गांव वाले इकट्ठा हुए और बवाल इतना हुआ कि आम आदमी पार्टी के नेता व कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। इस पर कड़ा विरोध जताया और साफ तौर पर कहा कि अगर बॉक्स पर सील नहीं होगी तो गड़बड़ होने की संभावनाएं बनी रहती हैं। वहीं मौके पर पहुंचे सरपंच प्रतिनिधि रणधीर सिंह ने भी इस कार्यवाही पर सवाल खड़े कर दिए।
जिले में हैं विकलांग व बुजुर्गों के 20 हजार मत
बता दें कि चुनाव आयोग की जिस पालिसी के तहत शुक्रवार व शनिवार को 85 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग और विकलांगों के बेल्ट पेपर पर मतदान करवाया जा रहा है, इसके तहत जिले में ऐसे करीब 20 हजार मतदाता हैं। ऐसे में बेल्ट पेपर व बाक्स के बिना सील होने के कारण इन मतों में गड़बड़ होने का अंदेशा जा रहा है। वहीं सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम सुशील कुमार ने कहा कि बेल्ट पेपर का कार्य चुनाव आयोग के दिशानिर्देश अनुसार करवाया जा रहा है। यह पहली बार हो रहा है। मतदाता पार्टी द्वारा बेल्ट पेपर एकत्रित किए जा रहे हैं। कुतुबपुर गांव से शिकायत मिली है। इसे लेकर चुनाव आयोग से बातचीत करके जो उपर से आदेश होगा, उसी अनुसार आगामी प्रक्रिया की जाएगी।