Haryana News: हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में आंगनवाड़ी में वितरित किए जाने वाले भोजन से लेकर पोषण योजना के तहत महिलाओं और बच्चों को दी जा रही सुविधाओं पर चर्चा की गई। श्रुति चौधरी ने विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग के अधिकारी अपने क्षेत्र में फील्ड पर जाकर लोगों की समस्याएं सुनें। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को ड्यूटी चार्ट बनाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि वह खुद भी जमीनी पर जाकर योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लेंगी।

'महिलाओं एवं बच्चों को समय से मिले पौष्टिक भोजन'

इस बैठक में श्रुति चौधरी ने अधिकारियों का यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी में समय पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध हो। उन्होंने प्रदेश में नए आंगनवाड़ी और महिला चौपाल बनाने की भी चर्चा की, जो पार्टी के संकल्प पत्र में भी शामिल हैं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को राज्य में बच्चों के विकास के पैमानों और मानकों की जांच के निर्देश दिए।

भोजन की गुणवत्ता की ली जानकारी

श्रुति चौधरी ने पोषण योजना के तहत महिलाओं और बच्चों में वितरित किए जाने वाले भोजन और चावल, आटा, दूध की गुणवत्ता और वितरण की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने बताया कि जन्म से लेकर 2 वर्ष के बच्चों को अच्छी डाइट मिलनी चाहिए, क्योंकि उस आयु में बच्चों के मस्तिष्क का विकास सबसे अधिक होता है।

भ्रूण हत्या की जानकारी देने पर एक लाख इनाम

श्रुति चौधरी ने निर्देश देते हुए अधिकारियों से कहा कि जितनी भी योजनाएं बेटियों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही हैं, उसकी जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जाए, ताकि हर किसी को उसका लाभ मिल सके। इस बैठक में अधिकारियों द्वारा उन्हें अवगत करवाया गया कि विभाग द्वारा एक टोल फ्री नंबर लोगों को दिया गया है और कहा गया कि जो भी व्यक्ति भ्रूण हत्या या भ्रूण लिंग की जांच के बारे में कोई भी जानकारी देगा, उसे एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।