Wheat Sowing Subsidy: हरियाणा के आठ जिलों के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सैनी सरकार गेहूं की बुआई पर किसानों को 36,00 रुपए प्रति एकड़ अनुदान देगी। इसकी घोषणा सरकार ने हाल ही में की है और संबंधित विभाग की ओर से पत्र भी जारी कर दिया है, जो किसान राज्य सरकार की इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं वो सरकार की कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की साइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। 

दरअसल, हरियाणा सरकार के कृषि तथा किसान कल्याण विभाग की ओर से किसानों के लिए एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें विभाग की ओर से कहा गया है कि 
खाद्य एवं पोषण सुरक्षा-गेहूं स्कीम के तहत प्रदेश के अंबाला, भिवानी, हिसार, झज्जर,मेवात, पलवल, चरखी दादरी और रोहतक समेत आठ जिलों में उन्नत तकनीक से अधिक उपज देने वाली किस्मों में गेहूं के समूह प्रदर्शन प्लॉट पर अनुदान किसानों को दिया जाना है। अनुदान लेने के इच्छुक किसान कृषि और किसान कल्याण विभाग हरियाणा की वेबसाईट http://agriharvana.org पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की आखिरी तारीख 25 दिसंबर है। 

किसानों को 2.5 एकड तक मिलेगा लाभ

विभाग की ओर से जारी पत्र में ये भी कहा गया है कि एक किसान अधिकतम 2.5 एकड का लाभ ले सकता है। वहीं 20 प्रतिशत लाभ अनुसूचित जाति/महिला किसान/लघु और सीमांत किसानों को मिलेगा। इसके अलावा किसी कृषि सामग्री की खरीद के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इस योजना से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए किसान संबंधित विभाग की वेबसाइट पर जाकर नोटिफिकेशन देख सकते हैं या फोन कर अधिकारियों से जानकारी ले सकते हैं। 

किसानों को मिलेगा अनुदान।

इन जिलों में इतना है बुआई क्षेत्र और इतना मिलेगा अनुदान 

अंबाला का बुआई क्षेत्र 140 एकड़ है, सरकार 5.04 लाख रुपये का अनुदान देगी। इसी तरह से भिवानी का बुआई क्षेत्र 170 एकड़ और अनुदान राशि 6.12 लाख रुपए है। हिसार का बुआई क्षेत्र 140 एकड़ और अनुदान राशि 5.04 लाख रुपये है। झज्जर का बुआई क्षेत्र 145 एकड़ और अनुदान राशि 5.22 लाख रुपये है। मेवात का बुआई क्षेत्र 120 एकड़ और अनुदान राशि 4.32 लाख रुपये है। पलवल का बुआई क्षेत्र  110 एकड़ और अनदान राशि 3.96 लाख रुपये है। रोहतक का बुआई क्षेत्र 110 एकड़ और अनुदान राशि 3.96 लाख रुपये है। चरखी दादरी का बुआई क्षेत्र 106 एकड़ 3.82 लाख रुपये है। 

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