Ambala: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने अम्बाला छावनी के नग्गल में स्थापित होने वाली राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की शाखा का वर्चुअल शिलान्यास हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की मौजूदगी में किया। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि पहले हर कार्य के लिए लोगों को दिल्ली जाना पड़ता था और पहले केवल एक एम्स था । मगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के चलते आज हर प्रदेश में एम्स बनाया गया है। देश में लगभग 350 मेडिकल कालेज बने हैं। इसी प्रकार से एनसीडीसी की लैब केवल दिल्ली में थी, अब देश के अनेक प्रदेशों में एनसीडीसी लैब का उद्घाटन व शिलान्यास किया गया है।

नग्गल गांव में बनेगी एनसीडीसी की शाखा

अनिल विज ने कहा कि अम्बाला छावनी के नग्गल गांव में एनसीडीसी की शाखा बनेगी और इसकी जमीन केंद्र सरकार को स्थानांतरित कर दी गई है। शाखा में सभी गंभीर बीमारियों व वायरस के टेस्ट होंगे जोकि अस्पताल या आम प्रयोगशाला में नहीं हो पाते। यहां बीमारियों पर रिसर्च भी होगी और जल्द इसका निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। चार एकड़ में बन रही शाखा हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब सहित पांच राज्यों के लिए स्थापित की गई है जिसमें गंभीर बीमारियां, नए रोग, वायरस की जांच व आंकड़ों का विश्लेषण होगा। लगभग 14 करोड़ की लागत से शाखा बनकर तैयार होगी, जिसमें ग्राउंड फलोर को मिलाकर चार फलोर बनाए जाएंगे।

शाखा में यह मिलेंगी सुविधाएं 

शाखा के ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन, वेटिंग एरिया रूम, लॉबी, कांफ्रेंस हॉल, एडमिन आफिस, सिक्योरिटी रूम, आईटी वीडियो रूम, हेड आफ एनसीडीसी रूम एवं अन्य प्रशासनिक कार्यालय होंगे। प्रथम तल पर सेम्पल कलेक्शन एवं यूटीलिटी रूम, वेटिंग रूम, लॉबी के अलावा, क्लाइमेट चेंज रूम, ईओसी रूम, ट्रेनिंग रूम, आईडीएसपी, ईपीडीमिलॉजी स्टाफ रूम, पैंट्री एवं अन्य रूम होंगे। द्वितीय तल पर लैब व अन्य उपकरण लगाए जाएंगे जिनमें क्लाईमेट चेंज रूम, माक्रो लैब बैक्टीरयोलॉजी, एएमआर लैब, लैब टीचिंग एंड डेमो रूम, एएमआर आफिसर रूम, वीरोलॉजी, लौबी एवं अन्य रूम होंगे। तृतीय तल पर नॉन बीएसएल लैब एरिया, बीएसएल-2 लैब एरिया, स्टाफ कॉमन रूम, ओपन टैरेस, पैंट्री एवं अन्य रूम होंगे तथा पूरी बिल्डिंग में दो लिफ्टों का प्रावधान भी हैं।

अम्बाला को इसलिए एनसीडीसी के लिए चुना

अंबाला में एनसीडीसी का निर्माण इसलिए हुआ, क्योंकि यह हवाई, रेलवे जंक्शन और जीटी रोड से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। अटल कैंसर देखभाल केंद्र, सिविल अस्पताल अंबाला छावनी और तीन मेडिकल कॉलेजों के नजदीक है, जहां से नियमित नमूने लिए जा सकते हैं। यहां इबोला वायरस रोग (2014), महामारी इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 (2009-10), सार्स प्रकोप जैसी नई संक्रामक बीमारियों का पता लगाने, नियंत्रित करने और रोकने में मदद करेंगी। शाखा में डायरिया, हैजा, टाइफाइड, हेपेटाइटिस ए और ई, चिकनपॉक्स और खसरा आदि जैसी हवा, पानी और खाद्य जनित बीमारियों के प्रकोप का पता लगाने, इलाज करने और रोकने का कार्य होगा।