Hisar: खेल-खेल में दरवाजे पर रस्सी का फंदा लगने से न्यू जवाहर नगर एरिया में एक 10 वर्षीय मासूम की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के समय बच्चे की बहन मौके पर मौजूद थी, जबकि बच्चे के माता-पिता किसी काम से नजदीक के कॉमन सर्विस सेंटर में गए हुए थे। वापस आने पर बच्चे के माता-पिता ने उसे देखा और तुरंत फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक बच्चे का मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम किया गया। बच्चे की मौत के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

कमरे में खेलता छोड़कर माता पिता गए थे बाहर   

न्यू जवाहर नगर के मोनू ने बताया कि वह डीएसएम मिल में काम करता है। सोमवार की शाम बेटे फारूक और छोटी बेटी मानसी को कमरे में खेलता छोड़कर पत्नी सुनीता को लेकर पास के कॉमन सर्विस सेंटर में काम के सिलसिले में गया था। वापस आया तो देखा कमरे का दरवाजा आधे से ज्यादा बंद था। इस पर सुनीता दूसरे दरवाजे से कमरे में गई तो बेटा फारुक का शव गेट पर बंधी रस्सी के फंदे में लटका मिला। उसे फंदे से उतारा और नागरिक अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

बिजली का करंट लगने से बच्चे की मौत 

पानीपत के काबडी रोड क्षेत्र के भारत नगर में गली में खेल रहे ढाई साल के रूद्र उर्फ सोथ की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई। वहीं गली में उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम का ट्रांसफार्मर लगा है और रूद्र खेलते हुए ट्रांसफार्मर के पास पहुंच गया था। बताया जा रहा है कि ट्रांसफार्मर का फ्यूज पैनल नीचे लगा हुआ था, जिसे रद्र ने खेल खेल में छू लिया। इधर, हादसे के लिए पीड़ित परिजनों व आसपड़ोसियों ने बिजली निगम व अलंकार फैक्टरी को जिम्मेदार ठहराते हुए इन पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि रूद्र की मौत के बाद बिजली कर्मचारी मौके पर पहुंचे और फ्यूज पैनल को ऊपर उठा कर चले गए। जबकि अलंकार फैक्टरी के संचालक संजय का कहना है कि उन्हें रूद्र की मौत का बहुत दुख है। वहीं इस घटना के लिए वे नहीं बल्कि बिजली निगम जिम्मेदार है। ट्रांसफार्मर की देख रेख करना बिजली निगम का काम है।