Historical Places in Gurugram: गुरुग्राम का नाम आते ही हमारे मन में सबसे पहले बड़े-बड़े मॉल्स, नाइट क्लब और पब में घूमने का ख्याल आता है। लेकिन क्या आपको पता है इस साइबर सिटी में भी आपको ऐतिहासिक स्थल देखने को मिल सकता है। जिनके बारे में कुछ ही लोगों को जानकारी है।
इस चलते लोग कई बार मॉडर्न गुरुग्राम के चकाचौंध में इसके इतिहास से वंचित रह जाते हैं। आज हम ऐसे ही ऐतिहासिक स्थलों के बारे में बारे में बात करेंगे जिसका नाम शायद ही आपने पहले कभी सुना होगा। अगर आप गुरुग्राम घूमने का प्लान बना रहे हैं तो अपने इस ट्रिप को खास बनाने के लिए गुरुग्राम के कुछ बेहतरीन ऐतिहासिक स्थलों पर जरूर जाएं।
सेठानी की छत्री
सेठानी की छत्री फर्रुखनगर के झज्जर रोड पर दो मंजिला छतरी के आकार का एक विस्तृत स्मारक स्मारक है। इस ऐतिहासिक जगह की विशेष बात यह है कि यहां की रंगीन चित्रकला जो स्मारक की छत पर बनी हुई है और भगवान कृष्ण के जीवन का वर्णन करती है। सीलिंग फ्रेस्को के भीतर एक शिलालेख विक्रम संवत 1918, यानी 1861 ई. का है। इसमें सभी मंजिल पर आठ आर्च्ड शेप्ड एंट्रेस है और इन पर खूबसूरत फ्लोरल डिजाइन है।
एक समय में यह स्मारक बहुत ही जीवंत था। हालांकि इस स्मारक में आज भी पौराणिक और असाधारण वास्तुकला को देखकर महसूस किया जा सकता है। अगर आप भी ऐतिहासिक चीजों को देखना पसंद करते हैं तो एक बार यहां जरूर जाएं।
शीश महल
वैसे तो आपने कई शीश महल के नाम सुने होंगे, लेकिन क्या आपको पता है कि गुरुग्राम में भी एक ऐतिहासिक शीश महल स्थित है। इस महल का निर्माण फौजदार खान ने 18वीं सदी में करवाया था। इस महल को दो मंजिला संरचना के रूप में डिज़ाइन किया गया था। महल में एक मंडप भी है जिसमें कम से कम 12 प्रवेश द्वार हैं।
वहीं, इस महल के अंदर कई खूबसूरत शीशों का भी प्रयोग किया गया, जिसके चलते इसका नाम शीश महल रखा गया। महल परिसर में फर्रुखनगर के शहीदों के लिए बनाया गया एक स्मारक भी है, जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए 1857 के विद्रोह में हिस्सा लिया था। आज इस शीश महल को शहर के सबसे पसंदीदा जगहों में से एक माना जाता है।
फर्रुखनगर किला
फर्रुखनगर किला गुरुग्राम के टॉप ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। इसका निर्माण फर्रुखनगर के पहले नवाब फौजदार खान ने 1732 में एक भव्य गढ़ के रूप में करवाया था। आज यह किला मुगल शैली की वास्तुकला को प्रदर्शित करती है।
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इस किले की विशेषताओं में से एक दिल्ली गेट है। इसके अलावा, किले में झज्जरी दरवाजा और पाटली दरवाजा के साथ तीन प्रवेश मार्ग बना हुआ है। आज इस किले का अधिकांश हिस्सा खंडहर हो चुका है, लेकिन यह अभी भी यह एक जीवंत इतिहास को दर्शाता है।