Haryana: गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केजरीवाल को ईडी फोबिया हो चुका है। केजरीवाल के बयान कि भाजपा ईडी के जरिए लोगों को धमका रही है, इस पर कटाक्ष करते हुए विज ने कहा कि जब केजरीवाल सत्ता में नहीं थे, तब यह स्वयं ट्वीट करते थे कि ईडी, इनकम टैक्स या सीबीआई के बुलावे पर तुरंत जाना चाहिए, अब ईडी इनको बुला रही है तो यह अलग राग अलाप रहे है। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया तो इन्हें डर किस बात का और ईडी के समक्ष इन्हें जाना चाहिए। पुलिस और ईडी जबरदस्ती पकड़ सकती है, मगर कोर्ट से इनके लोगों की साल-साल से जमानत नहीं हो रही और इस बात का क्या जवाब है।
प्रधानमंत्री मोदी हर वर्ग और हर क्षेत्र की ओर ध्यान दे रहे हैं, वह सभी के प्रधानमंत्री
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा प्रधानमंत्री पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर वर्ग और हर क्षेत्र की तरफ ध्यान दे रहे हैं। देश में कहीं भी कोई बात हो तो प्रधानमंत्री तुरंत उस पर संज्ञान लेते हैं, चाहे वह पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का मामला ही क्यों न हो और वह पश्चिम बंगाल भी गए। उन्होंने ममता बैनर्जी पर प्रहार करते हुए कहा कि ममता में बिल्कुल भी ममता नहीं है। यदि ममता होती तो इतनी बड़ी घटना के बाद महिलाओं के साथ वह खड़ी होती और कार्रवाई करती, आरोपियों को नहीं बचाती। मगर वह आरोपियों को बचाने हेतू सुप्रीम कोर्ट तक जा रही है।
राहुल अपने होश-ओ-हवास खो चुके, इसलिए वह गलत शब्दों का इस्तेमाल कर रहे
चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग करने पर राहुल गांधी को सार्वजनिक बयानों पर सावधानी बरतने को कहा है, इस पर तंज कसते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि राहुल गांधी सामने आ रही प्रजा को देखते हुए अपने होश-हवास खो चुके हैं। इसलिए उनको ठीक शब्द जो इस्तेमाल करने चाहिए, वह उनके जेहन में नहीं आते। इसलिए वह गलत शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को चेतावनी दी है।
कांग्रेस नेता दीपेंद्र पर बोले विज, इनका काम करने का यही स्टाइल
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा द्वारा एक अधिकारी को धमकाने के वायरल वीडियो पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि यह इनका काम करने का स्टाइल है, यह उनका राजनीतिक तरीका है। यह बिना सत्य जाने इस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, जब यह सत्ता में कभी होते होंगे तो किस प्रकार से काम करते होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। अधिकारियों पर दबाव डाल-डालकर ही इन्होंने सभी गलत काम करवाए होंगे।