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विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा में इनेलो व बसपा में समझौता हो गया। वीरवार को चंडीगढ़ में अभय चौटाला व रामपाल माजरा, बसपा के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर आकाश ने मायावती ने यह घोषणा की। बसपा 37 व इनेलो 53 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अभय चौटाला सीएम फेस होंगे।

INLD BSP alliance: हरियाणा में इनेलो व बसपा एक बार फिर 2024 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे। वीरवार को चंडीगढ़ में इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला, प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा व बसपा के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश ने इसकी घोषणा की। जिसके साथ इनेलो व बसपा में समझौता होने के पिछले कई दिनों से चले आ रहे कयासों पर विराम लग गया। इससे पहले अभय चौटाला ने पिछले दिनों लखनऊ में मायावती से मुलाकात कर विधानसभा चुनाव में समझौता का प्रस्ताव रखा था। जिस पर मायावती ने अपनी सहमति देते हुए आगे की कार्रवाई के लिए आकाश को जिम्मेदारी सौंपी थी।

21 से शुरू हुई बातचीत 37 पर जाकर अटकी 

सूत्रों की मानें तो लखनऊ में मायावती व अभय चौटाला की मुलाकात के दौरान बसपा को 21 सीट देने की बात हुई थी। आकाश ने 2024 के लोकसभा चुनाव व 2019 के विधानसभा चुनाव में इनेलो को मिले वोट प्रतिशत का हवाला देकर आधी आधी सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की। सीट बंटवारे पर बात बिगड़ती देख अभय चौटाला ने एक बार फिर मायावती से संपर्क किया तो बसपा को 37 सीट देने पर सहमति बनी। सीटों व सीएम फेस पर सहमति बनने के बाद दोनों पार्टियों के नेताओं ने सांझा प्रेस कांफ्रेस कर समझौते का ऐलान किया। जिसमें बसपा को 37 व इनेलो को 53 सीट देने के साथ अभय चौटाला को सीएम फेस बनाने की घोषणा की।

1996 में सात तीन का हुआ था समझौता

इनेलो व बसपा के बीच पहली बार 1996 के लोकसभा चुनाव में समझौता हुआ था। इनेलो ने सात व बसपा ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में अंबाला सीट बसपा व कुरूक्षेत्र, हिसार, भिवानी और सिरसा सीट इनेलो ने जीती थी। 2018 में इनेलो के दो फाड़ होने के बाद एक बार फिर इनेलो व बसपा में समझौता हुआ, परंतु विधानसभा चुनावों से पहले ही दोनों अलग अलग हो गए। 2019 के विधानसभा व 2024 के लोकसभा चुनाव में मिले वोट प्रतिशत के बाद पार्टी का मान्यता रद होने का खतरा मंडराता देख अभय ने 2024 के विधानसभा चुनाव से पहले तीसरी बार बसपा के साथ हाथ मिलाया है।

किसानों को एमएसपी की गारंटी, बुढ़ापा पेंशन 7500 करेंगे, खत्म होंगे पोर्टल 

अभय चौटाला ने प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर सरकार को घेरते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है। हम सत्ता में आए तो प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज कायम करेंगे। किसानों को एमएसपी की गारंटी मिलेगी और बुढ़ापा पेंशन 7500 रुपये करेंगे। प्रॉपर्टी आईडी व पीपीपी व सभी पोर्टल खत्म करेंगे। एनकेआरएन को खत्म कर स्थाई नौकरी देंगे। हर घर से एक पढ़े लिखे युवा को सरकारी नौकरी देंगे। 21 हजार बेरोजगारी भत्ता देंगे। पीने का पानी मुफ्त देंगे। हर घर में हर महीने गैस का एक सिलेंडर मुफ्त देंगे।

अमन नागर थे बसपा के अंतिम सांसद

पिछले चार दशक में बहुजन समाज पार्टी ने हरियाणा में अनेक चुनाव लड़े हैं लेकिन 1998 के बाद पार्टी का कोई भी उम्मीदवार संसद तक नहीं पहुंच पाया। 1998 में अमन नागरा बसपा के पहले और आखिरी निर्वाचित सांसद थे। कहा जाता है कि हाथी का पांव जमाने में अमन नागरा की अहम भूमिका थी। आठ चुनाव हारने के बाद उन्होंने अंबाला से भाजपा प्रत्याशी को हराकर जीत हासिल की थी। मायावती के मुंह मोड़ने के बाद अमन नागरा राजनीतिक हाशिए पर चले गए। इसके बाद बसपा का कोई प्रत्याशी लोकसभा चुनाव जीत नहीं पाया। प्रदेश में बसपा के अब तक 5 विधायक निर्वाचित हुए हैं। 2014 में टेकचंद शर्मा विधायक चुने गए थे। उसके बाद बसपा को किसी चुनाव में सफलता नहीं मिली।

बार बार किए गठबंधन

1998  ओमप्रकाश चौटाला  इनेलो
2009  कुलदीप बिश्नोई हजकां
2018  अभय चौटाला इनेलो
2019  राजकुमार सैनी लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी
2019  दुष्यंत चौटाला  जजपा
2024  अभय चौटाला इनेलो

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