Jhajjar: मनु भाकर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि खेलों में हरियाणा का कोई सानी नहीं है। झज्जर के गांव गोरिया की बेटी मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में अपनी प्रतिभा को दिखाते हुए देश के लिए पहला मेडल जीत लिया है, जिसके कारण पूरे गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण और परिजन एक दूसरे को मिठाईयां बांटकर अपनी खुशी का इजहार कर रहे है। मनु भाकर के घर परिजनों को बधाई देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है।

टीवी स्क्रीन से चिपके रहे युवा

ग्रामीणों और युवाओं का उत्साह दिनभर बना रहा। मैच शुरू होने से पहले ही युवा मोबाइल और टीवी स्क्रीन पर चिपक कर बैठ गए। जैसे ही मनु ने दस मीटर पिस्टल शूटिंग में कांस्य पदक जीता तो युवा खुशी से उछल पड़े और खुशियां मनाई। उधर, शहर में भी युवाओं ने मनु भाकर के पदक जीतने पर भारत माता के जयकारे लगाकर खुशी जाहिर की। परिजनों ने पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि पीएम हमेशा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते रहते है। ताऊ प्रताप सिंह शास्त्री ने कहा कि मनु भाकर के स्वागत के लिए पूरा गांव उत्साहित है। पूरे गांव की ओर से जोरदार स्वागत किया जाएगा।

पहला मेडल, पहली बार, देश के नाम

मनु भाकर के मेडल जीतने पर पूरे गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है। मनु भाकर की दादी दयाकौर ने बताया कि मनु के मेडल जीतने की उन्हें पूरी उम्मीद थी। गांव में आने पर हलवा और चूरमा खिलाकर अपनी लाडली बेटी का स्वागत करूंगी। वहीं आंटी नीलम और अंकल महेंद्र सिंह ने कहा कि खुशी जाहिर करने के लिए उनके पास कोई शब्द ही नहीं है। क्वालीफाई करने के बाद से ही विश्वास हो गया था कि अबकी बार कोई चूक नहीं होगी और मेडल जीत कर लाएगी। वहीं ताऊ बलजीत सिंह ने कहा कि सभी साथियों और रिश्तेदारों के बधाई संदेश आ रहे है। अभी मनु के दो इंवेट बाकी है। उनमें उम्मीद है कि मनु गोल्ड मेडल जीतेगी। पहला मेडल, पहली बार, देश के नाम किया है।