Jind: खेल के क्षेत्र में किसी खिलाड़ी को अर्जुन अवार्ड मिलना खिलाड़ी और उसकी संस्था के लिए बहुत ही गौरव की बात मानी जाती है। यह गौरव हासिल किया है हरियाणा के जींद जिला की एक खेल संस्था ने, जिसके चार खिलाड़ियों ने मात्र एक साल में चार अर्जुन अवार्ड प्राप्त कर नया इतिहास रचा है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में देश की महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने चौधरी भरत सिंह स्पोटर्स स्कूल निडानी के कुश्ती खिलाडी सुनील मलिक डबरपुर को अर्जुन अवार्ड देकर सम्मानित किया तो संस्था के लिए यह गौरवान्वित करने वाला पल था।
4 अर्जुन अवार्ड प्राप्त करने वाली देश की बनी पहली संस्था
सीबीएसएम खेल स्कूल के संरक्षक प्रदेश के पूर्व डीजीपी डॉ. महेन्द्र सिंह मलिक ने पहलवान सुनील की उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि चौधरी भरतसिंह मेमोरियल खेल स्कूल देश की ऐसी पहली संस्था बन गई है जिसके चार खिलाड़ियों क़ो खेलों का सर्वोच्च अवार्ड अर्जुन अवार्ड राष्ट्रपति द्वारा मिला है। सुनील से पहले इसी संस्था की तीन महिला खिलाड़ियों को अर्जुन अवार्ड मिल चुका है जो पूरे क्षेत्र के लिए ख़ुशी की बात है। पिछले साल 2023 में भी 30 जनवरी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा सीबीएसएम खेल स्कूल निडानी की कुश्ती खिलाडी अंशु मलिक, सरिता मोर और कबड्डी खिलाडी साक्षी पुनिया को अर्जुन अवार्ड देकर सम्मानित किया गया था ।
ओलम्पिक में भाग लेकर खिलाड़ी मनवा चुके अपना लोहा
डॉ. महेंद्र मलिक ने बताया कि अर्जुन अवार्ड प्राप्त करने वाले होनहार खिलाड़ी है जो ओलम्पिक में भी भाग लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके है। स्कूल के चार खिलाड़ियों क़ो अर्जुन अवार्ड मिलना गर्व की बात हैं। अच्छी बात है कि हरियाणा में आज के समय में खेल युवाओं के लिए प्रोफेशन बन गया हैं। जो युवा खेलों की तरफ बढ़ते हैं वे प्रसिद्ध तो होते ही है, साथ ही वे आर्थिक रूप से मजबूत भी होते हैं। इसके अलावा आज के समय में खिलाड़ियों को नौकरियां भी मिलती हैं। ऐसे में शिक्षा के साथ-साथ खेल जरूरी हैं।
नशे की तरफ जा रहे युवाओं को खेलों के प्रति करें जागरूक
डॉ. महेंद्र मलिक बताया कि जो युवा नशे की तरफ अग्रसर हैं, उन्हें खेलों के प्रति जागरूक करते हुए किसी एक खेल को अपना कर खूब मेहनत करनी चाहिए। आगामी ओलम्पिक में सुनील मलिक द्वारा गोल्ड मेडल जीतने की पूरी उम्मीद है। इससे पहले भी स्कूल के दर्जनों महिला एवं पुरूष खिलाड़ियों को राष्ट्रीय अवार्ड मिल चुके हैं। संस्थाओं के खिलाड़ी अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच कर मेडल लाने में पीछे नहीं है।