जींद की कारागार हुई राममय: बंदियों ने तिनका-तिनका जेल रेडियो के माध्यम से गाया राम भजन

Prisoner singing bhajan on Radio Tinka-Tinka in the district jail
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जिला कारागार में रेडियो तिनका-तिनका पर भजन गाते हुए बंदी। 
हरियाणा के जींद की जेल में बंद बंदी जयभगवान ने तिनका-तिनका जेल रेडियो के माध्यम से राम मंदिर में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए मनमोहक राम भजन गया।

Jind: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को लेकर जींद राममय हो चुका है। इस राममय वातावरण से जिला कारागार भी अछूती नहीं रही। जिला जेल जींद में बंदी जयभगवान ने तिनका-तिनका जेल रेडियो के माध्यम से 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए मनमोहक राम भजन गया। गाने को तिनका जेल रेडियो के 81वें अंक के तौर पर विशेष तौर पर प्रसारित किया जा रहा है और इसे पूरी जेल में सुनाया भी जा रहा है ताकि सभी बंदी प्रेरित हो सकें। भजन गायकों की टीम ने आए अवध में राम शीर्षक से लिखे गए इस भजन को 32 साल के जयभगवान ने गाया है। उनके साथ चार बंदियों रामरूप (ढोलक वादक), शशि (हारमोनियम वादक), सुनील (मटका वादक) और गोविंद ( मटका वादक) ने वाद्यों पर साथ दिया।

जयभगवान को मिल चुका तिनका-तिनका इंडिया अवार्ड

बंदी जयभगवान को 2023 में ही जेल रेडियो के माध्यम से गायन के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए राष्ट्रीय तिनका-तिनका इडिंया अवार्ड से सम्मानित किया गया था। इससे पहले भी यू-ट्यूब के तिनका-तिनका जेल रेडियो पर जयभगवान की प्रतिभा को सुनाया जा चुका है।

तिनका-तिनका की संस्थापक वर्तिका नंदा ने इसे राष्ट्रीयता से जोड़ा

डॉ. वर्तिका नंदा ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद जयभगवान ने इस खूबसूरत भजन को गया है। जब बाहर की दुनिया राम की प्राण प्रतिष्ठा को आजादी के साथ मना रही है तो जेल का बंदी जेल रेडियो के माध्यम से अपनी खुशी का इजहार कर रहा है। यह सौभाग्य है कि ऐसे ऐतिहासिक अवसर पर जेल रेडियो ने बंदियों के भक्तिभाव को प्रस्तुत करने में एक बड़ी भूमिका अदा की है। बाकायदा जेल रेडियो पर एक विस्तृत शोध भी किया जा रहा है। जिसमें जींद कारागार को खास तौर पर शामिल किया गया है।

जेल रेडियो सकारात्मक बदलाव ला रहा

जिला कारागार अधीक्षक संजीव बुधवार ने बताया कि जेल रेडियो के माध्यम से बंदी अपने जीवन पर या किसी अच्छे कार्य के बारे में अपने विचार सांझा और अपनी छिपी हुई प्रतिभा को उजागर कर सकते हैं। जेल रेडियो के संचालन का मुख्य कारण बंदियों के भीतर साकारात्मक बदलाव लाना है। जेल रेडियो की वजह से जेलों में संवाद की कमी पूरी होगी। वहीं तिनका-तिनका जो बंदियों को अवॉर्ड देता है, उससे बंदियों को अच्छे काम करने की प्रेरणा मिलती है।

2021 में हरियाणा की जेलों में हुई थी जेल रेडियो की शुरुआत

जिला कारगार अधीक्षक संजीव बुधवार ने बताया कि बंदी जयभगवान ने अन्य बंदियों के साथ मिलकर जेल में स्थापित तिनका जेल रेडियो के माध्यम से मनमोहक भजन गया है। तिनक-तिनका फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. वर्तिका नंदा ने 2021 में हरियाणा की जेलों में जेल रेडियो की शुरुआत की थी। जिन जेलों में रेडियो सुचारु रूप से चल रहा है, उनमें से एक जींद जेल का रेडियो भी है।

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