Haryana: हरियाणा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की अध्यक्ष केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा को भूजल बचाने में अग्रणी राज्य बनाने के लिए बहुत उत्सुक हैं। जल संरक्षण सतत विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है और सरकार इस क्षेत्र में चुनौतियों का समाधान करने के लिए कदम उठा रही है। अटल भूजल योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 दिसंबर2019 को शुरू की गई एक भूजल प्रबंधन योजना है। केशनी आनंद अरोड़ा ने पंचकूला में आयोजित अटल भूजल योजना के तहत राज्य स्तरीय कार्यशाला का उद्घाटन किया।
जल प्रबंधन के लिए हर व्यक्ति जिम्मेदार
कार्यशाला में केशनी आनंद अरोड़ा ने इस बात पर जोर दिया कि जल प्रबंधन के लिए हर कोई जिम्मेदार है और हमें इसके लिए राजदूत बनना चाहिए। इस राज्य स्तरीय कार्यशाला में उपस्थित संबंधित विभागों के सकारात्मक सहयोग से हम सब मिलकर भूजल प्रबंधन कर सकते हैं। हरियाणा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ डॉ. सतबीर सिंह कादियान ने भूजल की स्थिति, उपलब्धता एवं प्रबंधन की वैश्विक तस्वीर रखी। उन्होंने जल संसाधनों के कुशल उपयोग के संबंध में अभियान के तहत विभाग द्वारा की गई उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की बर्बादी रोकने के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की और भूजल के न्यायिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए निर्देश दिए।
रिंकू शर्मा को मिला महीने की सर्वेश्रेष्ठ भूजल सहेली का अवार्ड
केशनी आनंद अरोड़ा ने जनवरी, 2024 के लिए अटल भूजल योजना के तहत जिला करनाल की रिंकू शर्मा को महीने की सर्वश्रेष्ठ भूजल सहेली का पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यशाला में वन विभाग, हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण, बागवानी विभाग, सीजीडब्ल्यूबी, मिकाडा, स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, विकास एवं पंचायत विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग तथा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग हरियाणा के अधिकारियों ने भाग लिया।