सिरसा/फतेहाबाद। मंगलवार को कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी सैलजा ने लोकसभा उम्मीदवार कुमारी सैलजा ने सिरसा में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। कुमारी सैलजा के नामांकन के समय उनके साथ एसआरके नेता किरण चौधरी व रणदीप सुरेजवाला के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह भी पहुंचे। भले ही लोकसभा टिकट वितरण में हुड्डा गुट सभी पर भारी पड़ा है तथा प्रदेश की 9 में से आठ टिकट हुड्डा समर्थकों को मिली हो, परंतु बीरेंद्र सिंह की एसआरके गुट के साथ गुगजबंदी न केवल आने वाले दिनों में बल्कि लोकसभा चुनावों में भी हुड्डा खेमें की मुश्किलें बढ़ा सकती है। गुरुग्राम से लोकसभा का टिकट कटने के बाद कैप्टन अजय यादव के नए गठजोड़ से हाथ मिला लें तो आश्चर्य नहीं होगा।

बृजेंद्र का टिकट दिया था बीरेंद्र को झटका

हिसार से भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह कांग्रेस से चुनाव लड़ने का सपना लेकर चुनाव से पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। बेटे के पीछे-पीछे बीरेंद्र सिंह भी पूर्व विधायक पत्नी व समर्थकों के साथ करीब 10 साल बाद कांग्रेस में आए थे। पिता पुत्र को उम्मीद थी कि कांग्रेस हिसार लोकसभा से बृजेद्र सिंह को टिकट देगी, परंतु भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बृजेंद्र की जगह अपने समर्थक जयप्रकाश को टिकट दिलवाकर 2004 से 2014 तक कांग्रेस में रहते हुए बीरेंद्र सिंह व भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच चले राजनीतिक तकरार में एक और कील ठोंककर बीरेंद्र सिंह के पुराने जख्मों को फिर से ताजा कर दिया। जिसका दर्द टिकट कटने के बाद जींद में रविवार को हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में उनके चेहरे पर देखने को मिला था।

श्रुति को निशाना बना किरण को दिया बड़ा जख्म

पहले सत्ता में रहते हुए व सत्ता से बाहर होने के बाद कभी अकेले तो कभी कुमारी सैलजा व रणदीप सिंह के साथ मिलकर किरण चौधरी अक्सर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनौती देती रही हैं। लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले किरण व रणदीप सुरेजवाला के साथ मिलकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समानानंतर प्रदेश में शुरू हुई कुमारी सैलजा की यात्रा शुरू करवाने में भी किरण चौधरी का अहम रोल रहा था। खुद को मिल रही चुनौती से निपटने के लिए भूपेंद्र हुड्डा ने भिवानी- महेंद्रगढ़ सीट से श्रुति चौधरी का टिकट कटवाकर अपने समर्थक एवं महेंद्रगढ़ से विधायक राव दानसिंह को दिलवा किरण चौधरी को ऐसा जख्म दिया, जिसे वह चाहकर भी जिंदगीभर भूला नहीं पाएंगी।

किरण व बीरेंद्र के बाद कैप्टन अजय भी निपटा दिए

भूपेंद्र सिंह हुड्डा को यूं ही प्रदेश कांग्रेस का किंग नहीं कहा जाता। पहली सूची में खुद को कांग्रेस का बड़ा नेता मानने वाले चौधरी बीरेंद्र सिंह व किरण चौधरी को निपटाने के लिए हिसार से बृजेंद्र सिंह व भिवानी महेंद्रगढ़ से श्रुति चौधरी को लोकसभा चुनाव की दौड़ से बाहर किया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं इंडि गठबंधन के नेता लालू यादव का सहारा लेकर पहली सूची जारी होने तक कैप्टन अजय यादव गुरुग्राम सीट पर अपनी दावेदारी बरकरार रखने में सफल रहे, परंतु मंगलवार शाम तक दूसरी सूची जारी होने तक भूपेंद्र हुड्डा ने लालू यादव के समधि एवं खुद के दक्षिणी हरियाणा में कांग्रेस का बड़े नेता होने का दावा करने वाले कैप्टन अजय यादव को भी निपटाते हुए गुरुग्राम में भी अपने पंसद के चेहरे राज बब्बर को कांग्रेस की टिकट पर मैदान में उतार दिया।/p>