हरियाणा में लोकसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक दलों में जुबानी जंग तेज हो गई है। आलम ये है कि करीब चार साल तक सरकार चलाने वाली जेजेपी और बीजेपी भी एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं। इस वाकयुद्ध की शुरुआत सबसे पहले जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने की थी। उन्होंने कहा था कि मनोहर लाल प्रदेश की सरकार चला रहे थे और उनके इशारे पर ही हरियाणा को लूटा गया है। वहीं, सीएम नायब सैनी ने पलटवार करते हुए कहा था कि अगर दुष्यंत चौटाला के खिलाफ शिकायत आती है, तो जांच जरूर कराई जाएगी। दोनों दलों के इस घमासान पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने तंज कसा है।
आम आदमी पार्टी की हरियाणा इकाई ने बीजेपी और जेजेपी का नाम लिए बिना कहा है कि जिन्होंने इकट्ठे होकर प्रदेश का माल लूटा है, वो आज एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं। आप हरियाणा ने इसे चोर चोर मौसेरा भाई की संज्ञा दी है। इससे पहले कांग्रेस ने भी बीजेपी और जेजेपी पर तंज कसा था। हरियाणा कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा था कि डिप्टी दोषी तो चीफ भी दोषी। घोटाले दोनों ने मिलकर किए, अब छोटे सहयोगी पर सारा मलबा डालकर सरकारी गवाह बनने की कोशिश कर रहे हैं। हरियाणा कांग्रेस ने सवाल पूछा कि झारखंड और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों को जैसे गिरफ्तार किया गया, क्या वही पैमाना इन दोनों पर भी लागू होगा या नहीं।
मनोहर लाल ने भी किया था सीएम के बयान का समर्थन
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सीएम नायब सैनी के उस बयान का भी समर्थन किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर दुष्यंत चौटाला के खिलाफ शिकायत आती है, तो उसकी जांच कराई जाएगी। मनोहर लाल ने कहा कि बीजेपी भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करती है। विधानसभा के भीतर दुष्यंत के परिवार की तरफ से आरोप लगाया गया था। अगर शिकायत आती है तो जांच अवश्य होगी। अगर कोई निर्दोष है, तो उसे जांच से घबराने की जरूरत नहीं है।
नारायणगढ़ के माफिया पर साधी चुप्पी
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने नारायणगढ़ के माफिया से जुड़ा सवाल पूछा था। उन्होंने पूछा था कि नारायणगढ़ के माफिया की भी जांच करवा लेनी चाहिए। करनाल में जब पत्रकारों ने पूर्व सीएम मनोहर लाल से यह सवाल पूछा तो उन्होंने जवाब टाल दिया। कहा कि मुझे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है क्योंकि वे इसे तूल देना चाहते हैं।