अंबाला। वीरवार को भाजपा की विजय संकल्प रैली में मुख्यमंत्री नायब सैनी अंबाला पहुंचें थे। मुख्यमंत्री ने रामबाग मैदान में जनसंकल्प रैली को संबोधित किया था। इसी कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को परिवहन मंत्री असीम गोयल के घर कार्यक्रम प्रस्तावित था। जिसके लिए परिवहन मंत्री ने अपने घर के बाहर सड़क पर टेंट लगा दिया तथा सड़क को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया। जिसके लिए चुनाव आयोग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। निर्वाचन अधिकारी डॉ. शालीन ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए परिवहन मंत्री को नोटिस जारी कर 72 घंटें में जवाब मांगा है।
एक दिन पहले पंजाब में दर्ज हुआ था केस
परिवहन मंत्री असीम गोयल के खिलाफ शुक्रवार को पंजाब के लुधियाना में एक महिला की शिकायत पर दहेज उत्पीड़न के मामले में केस दर्ज हुआ था। इस मामले में आसीम गोयल के साथ उनकी पत्नी को भी आरोपी बनाया गया है। यह मामला परिवहन मंत्री के पार्टनर अरविंद गोयल के परिवार से जुड़ा है, जिसमें शिकायतकर्ता ने परिवहन मंत्री व उनकी पत्नी को भी आरोपी बनाया है। हालांकि मंत्री ने इस मामले से खुद को अलग करते हुए कहा कि वह भी एक बेटी के पिता है तथा किसी दूसरी की बेटी के साथ ऐसा करने की कभी सोच भी नहीं सकते।
नोटिस में पूछा, किसकी अनुमति से लगाया टेंट
चुनाव आयोग ने परिवहन मंत्री को जारी नोटिस में सवाल किया कि उन्होंने टेंट लगाने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति क्यों नहीं ली। सार्वजनिक सड़क पर टेंट लगाकर रास्ता बंद कर लोगों को परेशान करने की अनुमति किसने दी। ऐसे में अब देखना होगा कि मंत्री बनने के एक माह के बाद दूसरी बार सवालों में घिरे परिवहन मंत्री इसका क्या जवाब देते हैं तथा क्या मंत्री का जवाब निर्वाचन आयोग को संतुष्ट कर पाता है।
एआरओ ने की पुष्टि
सहायक रिटर्निग अधिकारी दर्शन कुमार ने परिवहन मंत्री असीम गोयल को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि नोटिस जारी कर मंत्री से 72 घंटे में जवाब मांगा गया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।