Fatehabad: लोकसभा चुनाव को लेकर 16 मार्च से प्रदेश में आचार सहिंता लागू हो गई है। लोकसभा चुनावों का बिगुल बजते ही जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल नरवाल ने चुनाव में इस्तेमाल में होने वाली हर चीज के लिए कमेटियां गठित कर दी है। यह कमेटियां इस बात पर नजर रखेंगी कि प्रत्याशी चुनाव आयोग द्वारा लगाई गई शर्तों का उल्लंघन तो नहीं कर रहे या तयशुदा सीमा से ज्यादा खर्च कर रहे हैं। जिला स्तरीय समिति ने चुनाव में प्रयुक्त होने वाली सामग्री के रेट भी निर्धारित कर दिए हैं।

पगड़ी पहनी या पहनाई तो जुड़ेगा खर्च

लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी अपनी रैली में पगड़ी पहनता है या किसी को पगड़ी पहनाता है तो उसके 300 रुपए चुनाव खर्च में जुड़ जाएंगे। ऐसे ही चुनाव चिन्ह छपी टोपियां डाली गई तो 250 रुपए प्रत्याशी के खाते में जुड़े जाएंगे। सिल्वर मुकुट व गदा भेंट करने पर 40 हजार रुपए खाते में जुड़ेंगे तो एसी के प्रयोग करने पर 7 हजार का चुनावी खर्च माना जाएगा। चुनाव प्रचार के दौरान हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल होता है तो 25 हजार रुपए प्रति घंटे के हिसाब से पैसा उम्मीदवार के खाते में जोड़ा जाएगा। बाहर से बुलाई गई फिल्मी हस्तियों व संगीतकारों का खर्च 2 लाख रुपये प्रतिदिन माना जाएगा।

लोकसभा चुनाव में हर चीज का जुड़ेगा खर्च

जिला स्तरीय चुनाव समिति ने अनेक वस्तुओं के रेट निर्धारित किए हैं, जिनमें सोफा प्रयोग करने पर 250 रुपए, बैडशीट 20 रुपए, कालीन बिछाने पर 35 रुपए प्रतिदिन, कुर्सी किराया 14 रुपए प्रतिदिन, प्रत्याशियों के साथ चल रही गाड़ियों के चालकों का वेतन 20 हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से काउंट किया जाएगा। टैम्पू, ट्रैक्टर के 3500 रुपए प्रतिदिन, क्वालिस, सूमो का खर्च 2500 रुपए, टाटा 407 का किराया 2500 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से प्रत्याशी के खर्च में जुड़ेगा। प्रत्याशी व उसके नेता का कटआऊट लगाने पर 100 रुपए प्रति फुट के हिसाब से खर्च गिना जाएगा। इसके अलावा कार्यालय का किराया, झंडे, लाऊडस्पीकर, तिपहिया वाहन, होटल के कमरे, प्लास्टिक व कपड़े के झंडे, मिठाईयों के भी रेट निर्धारित किए गए हैं।

प्रत्याशियों के खाते में जोड़ा जाएगा खर्च

लोकसभा चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने प्रति प्रत्याशी अधिकतम 95 लाख रुपए के खर्च की सीमा तय की है। प्रचार-प्रसार के दौरान प्रत्याशियों की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली चीजों का खर्च प्रत्याशी के चुनावी खर्च में जोड़ा जाएगा। जिसके लिए निर्वाचन आयोग ने जिलेवार स्टैंडर्ड रेट लिस्ट जारी कर दिया है। जारी किए गए रेट लिस्ट में चुनाव प्रचार के दौरान इस्तेमाल होने वाली चीजों के रेट मेंशन किए गए, जिसके आधार पर ही प्रत्याशी के खर्च में जोड़ा जाएगा। इसके लिए प्रत्याशी को एक्सपेंस रजिस्टर भी मेंटेन करना होगा।

चुनावी सभा में गद्दे पर बैठने तक का जुड़ेगा खर्च

चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवार द्वारा जगह-जगह चुनावी सभाएं की जाती हैं। ऐसे में मंच पर नेताजी यदि गद्दे पर बैठे तो उन्हें उसका भी हिसाब देना होगा। चुनाव आयोग ने सादे गद्दे के 15 रुपए और फॉम गद्दे के 20 रुपए रेट तय किए हैं। दरी बिछाने पर प्रति दरी 14 रुपए और यदि तकिए से टिक कर बैठे तो 10 रुपए नेताजी के हिसाब में जुड़ जाएगा। चुनाव के दौरान जमकर गर्मी भी होगी। ऐसे में सभा में आने वाले मतदाताओं या फिर मीटिंग के दौरान कार्यकर्ताओं को गर्मी से राहत देने कूलर लगाया तो 100 रुपए का हिसाब जुड़ेगा।