Rohtak: गोकर्ण तीर्थ के पीठाधीश्वर महंत कपिल पुरी महाराज से अयोध्या में जमीन बेचने के नाम पर एक महिला सहित तीन महंतों ने मिलकर ब्याने के रूप में 30 लाख रुपए हड़प लिए। महंत कपिलपुरी ने जब जमीन का रिकार्ड मांगा तो आरोपी टाल मटोल करने लगे और अपना फोन बंद कर लिया। महंत कपिलपुरी ने मामले में पुलिस को शिकायत दी। साइबर थाना पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है।

अयोध्या में आश्रम बनाने के लिए महंत कपिलपुरी खरीदना चाहते थे जमीन

गोकर्ण तीर्थ के पीठाधीश्वर महंत कपिलपुरी ने बताया कि अयोध्या में आश्रम बनाने के लिए वह एक प्लॉट खरीदना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने अपने जानकार मध्यप्रदेश निवासी महंत महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद पुरी से वार्तालाप किया। स्वामी विवेकानंद पुरी ने अयोध्या में जानकारी होने की बात कही और महंत कपिलपुरी को प्लॉट दिलवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने आरोपियों पर विश्वासन कर जमीन खरीदने का मन बना लिया और दूसरे महंत सिद्धनाथ से फोन पर बात की। महंत सिद्धनाथ ने कहा कि वह राम मंदिर के नजदीक ही एक प्लॉट उन्हें दिलवा देगा। इसके लिए महंत सिद्धनाथ ने ब्याने के रूप में 30 लाख रुपए मांगे। रुपए जमा करवाने के बाद जमीन दिलवाने का आश्वासन दिया।

जमीन का रिकार्ड मांगा तो आरोपी करने लगे गुमराह

महंत कपिलपुरी ने बताया कि जब उन्होंने आरोपियों से जमीन का रिकार्ड मांगा तो आरोपी उन्हें गुमराह करने लगे। उन्होंने जब रुपए जमा करवाने के लिए बैंक अकाउंट की डिटेल मांगी तो आरोपी महंत ने अपनी शिष्या कंचन का खाता नंबर दे दिया, जिसमें उन्होंने 30 लाख रुपए अलग-अलग तीन ट्रांजेक्शन में जमा करवा दिए। अब आरोपियों के फोन बंद हैं और उनसे कोई संपर्क नहीं हो रहा। उन्होंने तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। साइबर थाना एसएचओ राजीव ने बताया कि महंत कपिलपुरी की तरफ से तीन लोगों के खिलाफ शिकायत मिली है। एक महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।