हरियाणा के महेंद्रगढ़ में अनफिट बस पलटने से छह बच्चों की मौत से स्कूलों ने कोई सबक नहीं लिया है। यही कारण रहा कि आज भी खटारा स्कूल बसों को सड़कों पर उतार दिया गया। चूंकि इस हादसे के बाद से पुलिस विशेष रूप से सतर्क हैं, लिहाजा ऐसी बसों पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है। उधर, महेंद्रगढ़ स्कूल बस हादसे की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की गई है। साथ ही, शिक्षा विभाग ने भी विशेष बैठक बुलाई है। महेंद्रगढ़ बस सड़क हादसे से जुड़ी तमाम अपडेट्स यहां पढ़िये...
फतेहाबाद पुलिस ने पांच 'खटारा' बसों का किया चालान
फतेहाबाद के मिनी बाईपास पर ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर हेतराम के नेतृत्व में विशेष अभियान चलाया गया। अभियान के तहत पांच खटारा बसें मिलीं, जिनका चालान किया गया। उन्होंने बताया कि एक बस के पास फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं था, जबकि दूसरी बस में नंबर प्लेट न होना, फर्स्ट एड बॉक्स समेत अन्य खामियां पाई गई हैं। इन सभी बसों का चालान किया गया है। उन्होंने बताया कि स्कूलों में जाकर भी बसों और उसके डॉक्यूमेंट्स की जांच की जाएगी।
सिरसा में भी स्कूल बसों की जांच की गई। आरटीओ की ओर से सुरक्षा नियमों को ताक पर रखने वाली 10 बसों का चालान किया गया। स्कूल बस में फर्स्ट एड बॉक्स और अग्निशमन यंत्र के साथ ही स्पीड गवर्नर सिस्टम का होना भी जरूरी है। बस चालक और परिचालकों के लिए भी यूनिफॉर्म पहनना आवश्यक है। इसके अलावा भी कई नियम हैं, जिनकी अवहेलना के चलते स्कूल बसों का चालन किया जा रहा है।
दीपेंद्र हुड्डा पीड़ित परिवारों से मिलेंगे
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा आज कनीना पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मिलेंगे। वे कनीना के लिए रवाना हो चुके हैं। शाम को पीड़ित परिवारों से मिल सकते हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
दोपहर तीन बजे होगी शिक्षा विभाग की बैठक
हरियाणा शिक्षा विभाग ने आज दोपहर तीन बजे सभी जिला शिक्षा अधिकारी, मौलिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक बुलाई है। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये इस बैठक में शामिल होंगे। बैठक में वाहन सुरक्षा नीति पर चर्चा की जाएगी। साथ ही, स्कूल बसों के लिए तय नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने के भी आदेश दिए जाएंगे।
महेंद्रगढ़ बस सड़क हादसा पर एक्शन
बता दें कि महेंद्रगढ़ के कनीना के पास जीएल पब्लिक स्कूल की बस गुरुवार को पलट गई थी। हादसे में छह बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 30 से ज्यादा बच्चे घायल हुए थे। जांच में पता चला कि इस बस का फिटनेस सर्टिफिकेट छह साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था। वहीं, बस चालक भी नशे में था। आरोप है कि स्कूल प्रिंसिपल को जानकारी थी कि बस चालक ने नशा कर रखा है, बावजूद इसके बस को चलाने की अनुमति दे दी थी। महेंद्रगढ़ पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल दीप्ति राव, बस ड्राइवर धर्मेंद्र समेत तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया था। यहां पढ़िये विस्तृत खबर...