Mahindergarh: नगर पालिका कार्यालय में बुधवार को आयोजित नगर पालिका की बैठक हंगामे के चलते स्थागित हो गई। बैठक में पार्षदों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई। वहीं कुछ पार्षदों ने बैठक स्थागित होने के बाद नगर पालिका के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अब 27 जुलाई को फाइनेंस कमेटी तथा 28 जुलाई को नगर पालिका हाउस की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें शहर के विकास के मुद्दों को लेकर चर्चा की जाएगी।

13 जून को बैठक की दी गई थी सूचना

बता दें कि 13 जून को फाइनेंस कमेटी के सदस्यों व पाषदों को बैठक के लिए सूचना दी गई थी। निर्धारित समय के अनुसार सुबह 10:15 बजे बैठक शुरू होनी थी, लेकिन कुछ पार्षद समय पर नहीं पहुंचे जिस कारण बैठक देरी से शुरू हुई। करीब 11 बजे नौ पार्षद तथा प्रधान की उपस्थित में कोरम पूरा होने के बाद मीटिंग शुरू की गई। कुछ समय पश्चात अन्य पार्षद भी मीटिंग में पहुंच गए। बैठक के दौरान पार्षदों ने विकास के मुद्दे छोड़कर अलग विषय को लेकर ही वाद विवाद करना शुरू कर दिया। पार्षदों के बीच विवाद बढ़ता देख नगर पालिका के प्रधान रमेश सैनी ने मीटिंग को स्थागित कर दिया।

ऐसे शुरू हुआ था मीटिंग में हंगामा

कोरम पूरा होने के बाद मीटिंग शुरू होने के कुछ समय पश्चात अन्य पार्षद भी मौके पर पहुंच गए। बैठक में सबसे पहले स्ट्रीट लाइट का मुद्दा उठाया। पार्षदों का कहना था कि मार्च माह में नगर पालिका में स्ट्रीट लाइट रखी हुई हैं, लेकिन अभी तक किसी भी जगह स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई। एमई दिनेश कुमार ने कहा कि स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए पोल सहित अन्य सामान की आवश्यकता हैं। इसके बाद अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा होने लगी। नगर पालिका सचिव ने हस्ताक्षर नहीं करने वाले पार्षदों को बैठक से बाहर जाने को कहा। इसी बात को लेकर बैठक में बहस शुरू हो गई। किसी तरह से मामला थोड़ा शांत हुआ। वार्ड नंबर तीन के पार्षद अशोक सैनी ने अन्य पार्षदों से हस्ताक्षर की बात कहने पर विवाद बढ़ गया। इसी बात को लेकर वार्ड नंबर 14 से पार्षद सुखबीर भड़क गए। मामला बढ़ता देख बैठक को स्थगित किया गया।