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केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के बारे में बात करते हुए कहा कि वहा शादियों का ट्रेंड बदल गया है, लोग शादी करने से पहले पूछते हैं कि तुम्हारे गांव में कितने घंटे बिजली रहती है।

केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नई दिल्ली में आयोजित किए जा रहे स्वर्ण जयंती समारोह में शिरकत की। यह समारोह एनटीपीसी और एनएचपीसी स्थापना दिवस के रूप में आयोजित किया गया था। इस दौरान उन्होंने हरियाणा के बारे में बात करते हुए कहा कि अब हरियाणा में शादी का ट्रेंड बदल गया है। जिस गांव में लोग शादी करने जाते हैं, वहां पहले ही पूछते हैं कि आपके गांव में कितने घंटे बिजली आती है। जहां 24 घंटे बिजली आती है, वहीं सबसे ज्यादा रिश्ते आते हैं। 

खट्टर ने बताई बिजली की अहमियत 

दरअसल, इस कार्यक्रम के दौरान खट्टर ने बिजली की अहमियत बताते हुए अपने पुराने समय को याद किया। उन्होंने बताया कि जब वो छोटे थे, तब गांव में बिजली नहीं आती थी। आजादी के कई सालों बाद वहां बिजली आई। जब बिजली आई तो लोगों ने काफी जश्न मनाया, मानो उनकी खुशियों में चार चांद लग गए हों। उन्होंने कहा कि जैसे आत्मा शरीर की जान होती है, वैसे ही बिजली समाज की जान है। 

जगमग योजना के तहत कितने गावों को मिली बिजली

बता दें कि जब मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने साल 2015 में जगमग योजना शुरू की। इसके तहत गावों में 24 घंटे बिजली देने की योजना बनाई गई। गांव वालों से अपील की गई थी कि पूरा बिजली का बिल भरने वाले गांवों को ही 24 घंटे बिजली दी जाएगी। जगमग योजना के तहत घरों के बाहर बिजली के खंभों पर बिजली के मीटर लगाए गए। इसके बाद धीरे-धीरे 80 फीसदी गांवों में 24 घंटे बिजली पहुंच गई है। हरियाणा में 7256 घावों में से 5814 गांवों में 24 घंटे बिजली आ रही है। आने वाले समय में जगमग योजना के अंतर्गत सभी गावों को कवर किया जाएगा।

बिजली पर हरियाणा सरकार

बिजली के मामले में हरियाणा सरकार का कहना है कि गांवों में औसतन 20 से 22 घंटे बिजली रहती है। साल 2016 और 17 में लगभग 12 से 13 घंटे ही गांवों में बिजली आया करती थी। बता दें कि जगमग योजना के तहत लोगों को काफी फायदा हुआ है। अब बिजली अधिक समय तक रहती है और पॉवर कट भी कम समय के लिए लगते हैं। 

हर साल बढ़ रही जगमग योजना के तहत गांवों में बिजली मिलने की संख्या

जगमग योजना के तहत साल 2016 में मात्र 105 गांवों को 24 घंटे बिजली मिल रही थी। 2017 में ये गिनती बढ़कर 405 हुई। 2018 तक 1722 गांवों में जगमग योजना के तहत बिजली मिलने लगी। 2019 की बात करें तो जगमग योजना के तहत 2019 में 2707 गांव पूरे हो गए। 2020 में गांवों की गिनती बढ़कर 4258 हो गई। 2021 तक 5223 गांवों को जगमग योजना के तहत बिजली मिलने लगी। 2022 में गांवों की गिनती 5569 हो गई। 2023 तक 5694 गांव जगमग योजना के तहत बिजली मिलने वालों की लिस्ट में शामिल हो गए और 2024 में ये गिनती 5814 हो गई है। 

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