Fatehabad: रतिया मार्किट कमेटी में कार्यरत एक कर्मचारी द्वारा सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली गई। मृतक के परिजनों ने उसकी पत्नी व ससुरालजनों पर प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया। रतिया पुलिस ने इस मामले में मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं मृतक के ससुरालजनों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस मामले में आरोपी बनाए गए ससुरालजनों से जल्द पूछताछ करेगी।
मार्किट कमेटी में नीलामी अभिलेखक के पद पर कार्यरत था मृतक
पुलिस को दी शिकायत में रोहतक के गांव मदीना निवासी सुरेन्द्र ने कहा कि उसका लड़का अमित कुमार रतिया मार्किट कमेटी में नीलामी अभिलेखक के पद पर पिछले 4 साल से तैनात था। वह रतिया मार्किट कमेटी के पास ही किराए के मकान में रहता था। अमित की 2011 में मीना निवासी हिसार रोड रोहतक के साथ शादी हुई थी। इसके बाद इनकी एक 12 साल लड़की व 7 साल का लड़का भी है। उसके लड़के अमित का अपनी पत्नी मीना के साथ शादी के बाद से ही मनमुटाव व झगड़ा चल रहा था। इसके चलते मीना अपने दोनों बच्चों को लेकर सात साल पहले अपने पिता के पास चली गई थी। मीना ने अमित व उसके परिवार के खिलाफ दहेज का केस दर्ज करवा दिया था। बाद में उसने तलाक व खर्च का भी केस डाल दिया। इस कारण उसका लड़का अमित दिमागी तौर पर परेशान रहने लगा।
प्रताड़ित करने के चलते की आत्महत्या
मृतक के पिता सुरेंद्र ने बताया कि उसके बेटे अमित को उसकी पत्नी मीना, ससुर बलवान, सास बाला व साला समुन्द्र मिलकर तलाक व खर्चे के लिए तंग कर रहे थे। 13 मार्च को मकान मालिक पवन ने उसे सूचना दी कि अमित कुमार ने सल्फास की गोली खा ली है। इसके बाद वे उसे उपचार के लिए नागरिक अस्पताल रतिया ले गए, जहां से चिकित्सकों ने उसे अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही वे अग्रोहा मेडिकल कॉलेज पहुंच गए, जहां चिकित्सकों ने अमित को मृत घोषित कर दिया। सुरेन्द्र ने आरोप लगाया कि अमित ने अपनी पत्नी व ससुरालजनों द्वारा परेशान करने के चलते सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली है। इस मामले में रतिया पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।