कनीना/नारनौल: सब डिवीजन के गांव केमला-गुढ़ा निवासी भारतीय वायु सेना के सार्जेंट एलटी बबलू जांगड़ा का मंगलवार को निधन हो गया। उनकी ड्यूटी एयरफोर्स स्टेशन अंबाला में थी। सेना के वाहन से बुधवार सुबह तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने पुष्प चक्र अर्पित किया। वहीं साथ आई सेना की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाकर अंतिम सलामी दी। 14 वर्षीय बेटे कुणाल ने शहीद को मुखाग्रि दी।
सात विंग एयरफोस से भर्ती था शहीद बबलू
शव के साथ आए वायुसेना के अधिकारी भानुप्रताप मिश्रा ने बताया कि बबलू जांगड़ा सात विंग एयरफोर्स से भर्ती था तथा पिछले ढाई वर्ष से उनकी ड्यूटी अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर थी। हाल ही में वह 29 जून को छुट्टी आया था तथा एक जुलाई को ड्यूटी पर हाजिर हुआ था। उनकी मृत्यु के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। इस संदर्भ में वायुसेना के अधिकारियों की ओर से जांच की जा रही है। मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बबलू जांगड़ा निर्मल स्वभाव व मिलनसार था।
2007 में वायुसेना में हुआ था भर्ती
ग्रामीण राकेश कुमार ने बताया कि बबलू जांगड़ा 2007 में वायुसेना में भर्ती हुआ था। उनकी 17 वर्ष की सर्विस पूरी हो चुकी थी। अंबाला से पूर्व उनकी ड्यूटी कोलकाता में थी। उनके पिता बलबीर सिंह का सालभर पूर्व निधन हो चुका है। परिवार में माता मुनीदेवी, पत्नी लक्ष्मी देवी, दो बेटे कुणाल व हर्षित सहित चार शादीशुदा बहनें हैं। उनकी शहादत पर हलका विधायक सीताराम यादव, नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन सतीश जेलदार ने शोक जताया। इस मौके पर राकेश कुमार, अतरलाल, राजू, धर्मपाल, अशोक कुमार, जितेंद्र आदि मौजूद रहे।