Haryana: हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के युग में 18वें लोकसभा आम चुनाव के दृष्टिगत मतदाताओं, राजनीतिक पार्टियों और चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की सुविधा के लिए भारत के चुनाव आयोग ने कई मोबाइल एप शुरू किए हुए हैं। इनका प्रयोग कर कोई भी चुनाव प्रक्रिया से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के साथ-साथ अपनी समस्या का निवारण करवा सकता है। चुनाव प्रबंधों को लेकर अनुराग अग्रवाल विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे।
निर्वाचन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए शुरू की ऑनलाइन सेवाएं
अनुराग अग्रवाल ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया को सरल एवं सुविधाजनक बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने ऑफलाईन ही नहीं, अपितु ऑनलाईन भी अनेक सेवाएं शुरू की हुई हैं। 18 साल का कोई युवा या युवती अपना वोट बनवाना चाहता है तो वह वोटस.ईसीआई.इन पर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। यह सुविधा केवल तब तक है, जब तक कि लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाती। नामांकन पत्रों के जमा शुरू होने के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा। हरियाणा में नामांकन प्रक्रिया 29 अप्रैल से आरंभ होगी और 6 मई तक जारी रहेगी। इसी प्रकार निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल के नाम से एक नया एप शुरू किया है। इस मोबाइल एप को डाउनलोड कर कोई भी नागरिक आदर्श आचार संहिता की कहीं अवहेलना हो रही है तो उसकी फोटो या वीडियो बनाकर अपनी शिकायत भेज सकता है, जिसका निवारण निर्वाचन कार्यालय की ओर से 100 मिनट में किया जाएगा।
कैंडिडेट नॉमिनेशन एप्लीकेशन के नाम से बनाया एप
अनुराग अग्रवाल ने बताया कि ऑनलाईन नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए निर्वाचन आयोग ने कैंडिडेट नॉमिनेशन एप्लीकेशन के नाम से एक एप बनाया है। कोई भी प्रत्याशी इस एप का प्रयोग कर अपने आवेदन को इस एप पर ऑनलाइन दर्ज करवा सकता है। इसमें ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से अपनी जमानत राशि जमा करने का विकल्प प्रदान किया गया है। एक बार आवेदन दर्ज होने के बाद उम्मीदवार कैंडिडेट सुविधा एप का प्रयोग कर अपने आवेदन की आगामी कार्यवाही पर नजर रख सकते हैं। रिटर्निंग अधिकारियों के लिए आयोग ने एनकोर के नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसमें उम्मीदवारों का आवश्यक डाटा फीड रहता है। उम्मीदवारों की संपत्ति के विवरण को देखने के लिए आयोग ने शपथ पत्र पोर्टल बनाया है। इस एप पर किसी उम्मीदवार की चल-अचल संपत्ति, हलफनामे को ऑनलाइन देखा जा सकता है।
मतदाताओं की डिजिटल पहचान करने की सेवा शुरू
अनुराग अग्रवाल ने बताया कि बूथ एप के माध्यम से मतदाताओं की डिजिटल पहचान करने की सेवा शुरू की है। मतदाता वोटर हेल्पलाइन एप को अपने ईपीआईसी कार्ड से जोडक़र अपनी मतदाता पर्ची को डाउनलोड कर सकते हैं। वोटर टर्नआउट एप में कुल जनसंख्या के अनुपात में बने वोटों की संख्या को देखा जा सकता है। वोटर पोर्टल व वोटर हेल्पलाइन एप मतदाताओं को अपना डाटा देखने की सुविधा प्रदान करते हैं। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए आयोग ने पीडब्ल्यूडी ऐप आरंभ किया है। इस ऐप का प्रयोग कर दिव्यांगजन अपने नाम, मतदाता पहचान पत्र आदि की जांच कर सकता है। आयोग की वेबसाइट पर इन सभी एप के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई है।