Fatehabad : सांसद सुनीता दुग्गल उस समय बिजली निगम के अधिकारियों से खफा नजर आई, जब एक शिकायत के सिलसिले में टोहाना बिजली निगम के कार्यालय पहुंची और आदत अनुसार बाबूओं ने उन्हें नीचे से ऊपर ऑफिस व एक काउंटर से दूसरे काउंटर तक घुमाया। इस बात से आहत सांसद ने मौके पर ही अधिकारियों को कड़ी नाराजगी जाहिर की। बाद में जैसे-तैसे एक्सईएन देवेन्द्र अत्री ने उन्हें बताया कि कर्मचारी के अस्वस्थ होने और दो महीने से छुट्टी पर होने के कारण काम में दिक्कत आ रही है। इस मामले में कुलां के मनोज बिश्नोई ने सांसद को शिकायत दी थी।
सोलर एनर्जी प्लांट के बावजूद भेज दिया ढाई लाख का बिल
सांसद को दी शिकायत में मनोज बिश्नोई ने बताया था कि उन्होंने अपने पेट्रोल पंप पर सोलर एनर्जी के लिए प्लांट लगवाया था और वे अपने प्लांट पर तैयार बिजली को बिजली निगम में सप्लाई की है। बावजूद इसके अब उन्हें ढाई लाख रुपए का बिल भेजा गया है। सांसद ने बिजली अधिकारियों से कहा कि शिकायतकर्ता ने निगम से जो बिजली ली और निगम को जो बिजली दी, उसका एडजेस्टमेंट करवाकर ही बिल बनाया जाए, नहीं तो इस तरह उपभोक्ताओं का विश्वास केंद्र सरकार की इस मुख्य योजना से उठ जाएगा।
2 साल पहले लगवाया था सोलर प्लांट
उपभोक्ता मनोज बिश्नोई ने बताया कि उसने दो साल पहले सोलर प्लांट लगवाया था, तब से वे बिजली बनाकर विभाग को दे रहे हैं। दो साल से उन्हें बिल नहीं आ रहा। अब उन्हें सूचित किया गया कि उनका बिल ढाई लाख रुपए बन गया है। वे चाहते हैं कि उन्हें यह डिटेल दी जाए। कितनी बिजली उन्होंने बनाकर दी और कितनी बिजली उन्होंने लेकर खपत की है। इसकी शिकायत उन्होंने सांसद को दी थी तो सांसद ने उनकी शिकायत पर संज्ञान लेते हुए यहां दौरा किया। सांसद के बिजली निगम में पहुंचने की सूचना मिलते ही अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया।
सांसद नाराज हुई तो एक्सईएन ने संभाला मोर्चा
जब बिजली निगम के बाबू ने सांसद को इधर से उधर घुमाया तो सांसद सुनीता दुग्गल नाराज हो गई और अधिकारियों को चेतावनी दी। इसके बाद एक्सईएन देवेंद्र अत्री ने मोर्चा संभाला और बताया कि संबंधित कर्मचारी अस्वस्थ होने के चलते दो माह से छुट्टी पर है, लेकिन आगे इस ओर ध्यान दिया जाएगा। व्यवस्था को ठीक करवाया जाएगा। उपभोक्ता की शिकायत को भी दूर करवाया जाएगा।