Fatehabad: प्रदेश सरकार द्वारा एमएसपी पर सरसों की खरीद 27 मार्च से शुरू हो जाएगी। मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने वाले किसानों की सरकार द्वारा एमएसपी पर सरसों की फसल खरीदी जाएगी। जिले में भी प्रशासन द्वारा सरसों खरीद को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई है। जिले की तीन अनाज मण्डियों फतेहाबाद, भूना और भट्टू में सरसों की खरीद होगी। सरसों खरीद को लेकर अनाज मंडी के अधिकारियों के साथ खरीद एजेंसी को भी व्यवस्था बनाने के आदेश जारी कर दिए है।
51 हजार 980 एकड़ में सरसों की बिजाई
बता दें कि जिले में इस बार 51 हजार 980 एकड़ में सरसों की बिजाई की गई है। इसमें से 36 हजार एकड़ का तो किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करवाया हुआ है जबकि बकाया 16 हजार एकड़ ऐसी फसल है, जिसका किसानों ने अभी तक पोर्टल पर पंजीकरण नहीं करवाया है। नियम है कि जिस किसान द्वारा पोर्टल पर पंजीकरण करवाया जाएगा, केवल उसकी फसल को ही सरकार द्वारा एमएसपी पर खरीदा जाएगा। इस बार सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी 5650 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है, जो पिछले साल से 200 रुपए अधिक है। मार्केट में अब सरसों का भाव 5 हजार से लेकर 5200 रुपए प्रति क्विंटल तक चल रहा है। नई सरसों आने के बाद मार्केट का भाव के कम होने की संभावना है। ऐसे में सरकार द्वारा समर्थन मूल्य 5650 रुपए पर सरसों खरीदने पर किसान को प्रति क्विंटल 500 रुपए तक का फायदा मिलेगा।
एमएसपी के बाद सरसों का रकबा बढ़ा
2014-15 में सरसों का समर्थन मूल्य 3050 रुपए निर्धारित किया हुआ था, लेकिन उस दौरान सरकार सरसों की सरकारी खरीद नहीं करती थी। ऐसे में किसान को एमएसपी महज कागजों में रहता था। सरसों 2 हजार से लेकर ढाई हजार रुपए प्रति क्विंटल तक बिकती थी। इसके बाद सरकार ने सरसों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एमएसपी पर खरीद शुरू की। प्रदेश सरकार ने सरसों की खरीद की तो इसका रकबा भी बढ़ने लगा। कृषि विभाग के अनुसार इस बार किसानों ने सरसों की खेती रतिया, कुलां व टोहाना में भी बड़ी संख्या में की है। भूना, फतेहाबाद व भट्टू में तो सरसों की खेती होती ही है। यह सब सरकार द्वारा सरसों के समर्थन मूल्य पर खरीदने के कारण ही संभव हुआ। अब एमएसपी 5650 रुपए हैं। सरकार सरकारी खरीद इसी रेट पर ही करेंगी।
इस बार चने की भी होगी सरकारी खरीद
प्रदेश सरकार सरसों के साथ इस बार चने की भी सरकारी खरीद शुरू करेगी। इसके लिए सरकार ने प्रयास शुरू किए है। वैसे जिले में चना उत्पादक किसानों की संख्या कम है। मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के अनुसार चना की खेती महज एक हजार एकड़ में ही है। फिर भी जिले में सरकार एक खरीद मंडी तय करेगी। मार्किट कमेटी भट्टू कलां के सचिव महावीर सैनी का कहना है कि सरसों की सरकारी खरीद 27 मार्च से शुरू हो रही है। भट्टूकलां के अलावा फतेहाबाद और भूना अनाज मण्डी में भी सरसों की फसल को एमएसपी पर खरीदा जाएगा। सरसों खरीद को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। पोर्टल पर पंजीकरण करवाने वाले किसानों की ही एमएसपी पर खरीद होगी इसलिए अभी तक जिन किसानों ने अपनी फसल का पंजीकरण नहीं करवाया है। वे किसान निर्धारित समय रहते फसल का पंजीकरण करवा लें ताकि उन्हें फसल बेचने में कोई परेशानी न हो।