Jind: गांव छात्तर स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल के चार अध्यापकों को शैक्षणिक गतिविधियों में ज्यादा ध्यान न दिए जाने के चलते जिला शिक्षा अधिकारी विजय लक्ष्मी ने सस्पेंड कर दिया। इस दौरान सस्पेंड किए गए चारों अध्यापकों के हेडक्वार्टर भी दिए गए हैं। एक साथ चार अध्यापकों को सस्पेंड किए जाने का पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल होता रहा। हालांकि अधिकारी इस बारे में कुछ भी बताने से बचते नजर आए। लेकिन सस्पेंड करने की खबर से अन्य शिक्षकों में भी हड़कंप मचा रहा।

ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग में दी थी शिकायत

गांव छात्तर के ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शिकायत दी थी कि स्कूल के जेबीटी अध्यापक लाभ सिंह, जितेंद्र, मनजीत, संदीप सिंह बच्चों को पढ़ाने की बजाय राजनीति करते हैं और अक्सर झगड़ते हैं। जिस पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में तुरंत प्रभाव से संज्ञान लिया और मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पा मोर को दी। उन्होंने अपनी जांच जिला शिक्षा अधिकारी विजयलक्ष्मी को सौंप दी। डीईओ ने बीईओ की रिपोर्ट पर चारों अध्यापकों को सस्पेंड कर दिया।

चारों सस्पेंड अध्यापकों को दिए अलग-अलग हैडक्वार्टर

गांव छात्तर स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल के सस्पेंड किए गए जेबीटी अध्यापक लाभ सिंह का हेडक्वार्टर सफीदों दिया गया है। इसके अलावा जेबीटी अध्यापक जितेंद्र को बीईओ जुलाना कार्यालय, जेबीटी अध्यापक मनजीत को बीईओ कार्यालय जींद तथा जेबीटी अध्यापक संदीप सिंह को बीईओ कार्यालय नरवाना में हेडक्वार्टर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी विजयलक्ष्मी ने बताया कि छात्तर गांव के प्राइमरी स्कूल के चार जेबीटी अध्यापकों की आपसी खींचतान की शिकायत मिली थी। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसे लेकर बीईओ को जांच के लिए कहा गया था। बीईओ द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर चारों अध्यापकों को सस्पेंड कर दिया गया है।