Bahadurgarh: पूर्व विधायक नफे सिंह राठी हत्याकांड की जांच सीबीआई अपने हाथों में ले चुकी है। इस संबंध में केस दर्ज करने के बाद सीबीआई की टीम ने सप्ताह भर में दूसरी बार बहादुरगढ़ में दस्तक दी। लगभग आधा दर्जन सदस्यों वाली इस सीबीआई टीम ने मामले में अब तक जांच कर रही पुलिस टीम से केस के संबंध में जानकारी जुटाई। संबंधित रिकार्ड भी जुटाया। सोमवार को लाइनपार थाने में खड़ी फॉर्च्यूनर गाड़ी की भी बारीकी से जांच की, जिसमें नफे सिंह व उनके साथी कार्यकर्ता जयकिशन की हत्या की गई थी। इतना ही नहीं, टीम ने वारदात में शूटरों द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी का भी मुआयना किया।
25 फरवरी को नफे सिंह की गोलियां मारकर की थी हत्या
बता दें कि 25 फरवरी को बराही फाटक पर नफे सिंह और जयकिशन की हत्या की गई थी। गोली लगने से पीएसओ और ड्राइवर भी घायल हुए थे। इस मामले में अब तक दो शूटरों सौरव व आशीष के अलावा उन्हें गाड़ी उपलब्ध कराने वाले आरोपी धर्मेंद्र तथा अमित गुलिया को गिरफ्तार किया जा चुका है। शूटर अतुल और नकुल अभी तक पुलिस पकड़ से बाहर हैं। इस मामले में ब्रिटेन बेस्ड गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू का नाम सामने आ चुका है। कांट्रेक्ट किलिंग बताए जाने वाले इस हत्याकांड की एफआईआर में पूर्व विधायक नरेश कौशिक और पूर्व चेयरमैन कर्मवीर राठी सहित दस लोग नामजद हैं।
परिजन आरोपियों के नार्को टेस्ट की कर चुके मांग
नफे सिंह के परिजनों द्वारा हत्याकांड में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी तथा नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। बहरहाल, परिजनों को न्याय का इंतजार है और दो महीने से अधिक समय के बाद सीबीआई ने इस केस को अपने हाथों में ले लिया है। एक मई को एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई ने बहादुरगढ़ में वारदात स्थल का दौरा किया तथा नफे सिंह के परिजनों से मुलाकात की। अब सोमवार को भी सीबीआई टीम लाइनपार थाने में पहुंची। ऐसे में देखने वाली बात है कि सीबीआई कब तक इस मामले को सुलझा पाती है।