नारनौल। बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बिजली निगम के जेई दलीप के खिलाफ कई शिकायत आने, आमजन का काम समय पर न करने व आमजन से गलत व्यवहार करने के कारण जेई को सस्पेंड कर दिया। साथ ही विजिलेंस जांच के भी आदेश कर दिए। बिजली मंत्री सोमवार को पंचायत भवन में जिला लोक संपर्क एवं जनपरिवेदना समिति की मासिक बैठक में परिवादों का निपटारा कर रहे थे। इस बैठक में पहले से निर्धारित 17 मामले सुनवाई के लिए रखे गए, जिनमें से 13 मामले मौके पर निपटाए दिए गए, जबकि शेष 4 मामलों को जांच कराकर जल्द से जल्द निपटाने के दिशा-निर्देश जारी किए। इस मौके पर उपायुक्त मोनिका गुप्ता समेत अन्य अधिकारीगण एवं समिति के मैंबर भी मौजूद रहे।

बकाया नहीं देने की जांच सदस्यों को सौंपी 

मासिक बैठक में सबसे पहला परिवाद ककराला गांव का रखा गया, जो करीब दस साल पहले ग्राम पंचायत द्वारा जोहड़ों की खुदाई ट्रैक्टरों/मशीनों से करवाने एवं पेमेंट अब तक बकाया रहने का था। अधिकारियों ने बताया कि मनरेगा में मशीन का उपयोग प्रतिबंधित है तथा इसकी पेमेंट नहीं हो सकती। इस कारण यह मामला पेंडिंग ही रह गया। हालांकि ग्रीवेंसेज कमेटी के दो मैंबरों की ड्यूटी लगाई गई है।

पेट कटाई में शामिल वन विभाग के अधिकारी

वन विभाग से जुड़े गांव दूलोठ अहीर निवासी संतलाल को अधिकारियों ने पेड़ काटने में लिप्त बताया। अगला मामला वन विभाग के डाटा एंट्री ऑपरेटर का था, जिसकी जांच पिछली मीटिंग में एडीसी को दी गई थी, लेकिन इस मीटिंग के होने से पहले उनका ट्रांसफर होने पर मामला पेंडिंग रखा गया। एक परिवाद जनस्वास्थ्य विभाग का था, लेकिन शिकायतकर्ता ही नहीं आया, जिस पर इसे फाइल कर दिया गया। गांव बांयल में रास्ता निर्माण का भी एक परिवाद था। 20 फुट के रास्ते में 6 फुट कब्जा होना एवं सड़क निर्माण में बाधक पाया गया। अतिक्रमण हटाने की सहमति होने पर इसका निपटारा कर दिया गया। बचीनी की सुनीता का ससुराल पक्ष के साथ विवाद का परिवाद आने पर जांच अधिकारी डीएसपी महेंद्रगढ़ की ट्रांसफर होने पर जांच नए डीएसपी को सौंप दी गई। इस मामले में पीडि़ता ने पुलिस पर दबाव बनाने एवं थप्पड़ मारने के भी आरोप लगाए।

निजी स्कूल नहीं दे रहा अनुभव प्रमाण पत्र 

देवास के पीडि़त ओमप्रकाश का पुलिस से जुड़ा विवाद था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए। महेंद्रगढ़ के मोहल्ला खटीकान की मनीषा का परिवाद भारती पब्लिक स्कूल कुलताजपुर द्वारा सेलरी नहीं देने, अनुभव प्रमाण पत्र नहीं बनाने तथा बैंक की पासबुक नहीं देने का था, लेकिन मामला ग्रीवेंस कमेटी में आने के बाद उनकी समस्या का समाधान हो गया। दूसरा मामला भी कुलताजपुर का ही था, जिसमें शिकायतकर्ता रविदत्त का आरोप था कि आनंद मेहता उसे बिजली कनेक्शन नहीं लेने दे रहा तथा उसे रोजी-रोटी में परेशानी हो रही है। आनंद मेहता ने भी अपना पक्ष रखा। मामले की सुनवाई करने उपरांत बिजली मंत्री ने शिकायतकर्ता को पंचायती जमीन से बेदखल करने तथा बिजली कनेक्शन नहीं देने का निर्णय सुनाया। बेरी के राजसिंह का परिवाद मंत्री के ही अधीन विभाग बिजली निगम से जुड़ा था, जो कनेक्शन ट्रांसफर करने का था। एक मामला अधिक बिजली आने का था, जिसे स्लैब में बांट दिया गया।

शहीद वीरांगना को इंतकाल नहीं मिलने पर सदन शर्मिंदा

जब बिजली मंत्री परिवारद सुन रहे थे, तभी अटेली तहसील के गांव बिहाली का एक परिवाद प्रस्तुत हुआ, जिसमें पीडि़ता शशिकला ने बताया कि वह शहीद की विधवा है, लेकिन कई महीनों से चक्कर लगवाए जा रहे हैं और इंतकाल नहीं किया जा रहा। इस पर तहसीलदार प्रस्तुत हुए और बताया कि अब तक पटवारियों की हड़ताल चल रही थी। आज सोमवार को ही वह ड्यूटी पर लौटे हैं तथा आज वह सदन में इंतकाल दर्ज करवाने के बाद ही यहां आए हैं। इसी दौरान पूर्व चेयरमैन गोबिंद भारद्वाज खड़े हुए तथा कड़ा ऐतराज दर्ज कराते हुए कहा कि जब शहीद परिवारों के साथ ऐसा होना शर्मनाक है। इस पर मंत्री ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और दोबारा ऐसा नहीं होने देने की नसीहत दी।

महेंद्रगढ़ गोशाला में गबन का मामला उठा

कायमपुरा के सीताराम का सीधा आरोप था कि महेंद्रगढ़ गोशाला में गबन किया जा रहा है। आरटीआई भी सही प्रकार से नहीं दी जा रही। वहां पर बने मैरिज पैलेस तथा रसगुल्ला भंडार की आड़ में राशि में गबन किया जा रहा है। इस पर मंत्री ने रजिस्ट्रार को चुनाव कराने का आदेश दिया। एक माह में गोशाला का चुनाव कराया जाएगा।

नप चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने की जेई की शिकायत

जब बिजली निगम के परिवाद की सुनवाई की जा रही थी, तभी नगर परिषद की चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने गैर-परिवाद के तौर पर बिजली निगम के जेई दलीप सिंह की शिकायत करते हुए बताया कि एक सप्ताह से कनेक्शन ठीक नहीं किया जा रहा तथा जेई का जवाब एवं बात करने का तरीका भी ठीक नहीं है। इस पर मंत्री ने जेई दलीप सिंह को बुलाया, लेकिन वह हाजिर नहीं थे। कुछ देर इंतजार करने के बाद जब जेई हाथ जोड़कर उनके सम्मुख प्रस्तुत हुए तो उन्हें सीधा सस्पेंड करने एवं विजिलेंस जांच कराने का फरमान सुना दिया। इस पर ग्रीवेंस कमेटी में मैंबरों ने तालियां बजाई और मंत्री के कड़े संज्ञान की सराहना की। दूसरी ओर जेई दलिप ने आरोप का खंडन करते हुए बताया कि वह बिजली चोरी पकड़ने गए थे। तीन जगह चोरियां भी पकड़ ली। जब इनके कहने पर नहीं छोड़ा गया तो वह शिकायत कर रही हैं। वह हमेशा नियमों के अनुसार ड्यूटी करते हैं तथा कोई गलत कार्य नहीं करते।