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New CM in Haryana: गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत और विधायक अनिल विज ने सीएम पद की दावेदारी ठोंक रखी है। ऐसे में यह फॉर्मूला बेहद प्रभावी साबित हो सकता है।

भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए तारीख तो तय कर ली है, लेकिन नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया है। कारण यह है कि अनिल विज और राव इंद्रजीत सिंह खुलकर सीएम पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। खबरों की मानें तो इस स्थिति से बचने के लिए भाजपा हरियाणा में 'डबल इंजन, थ्री लोको पायलट' की तर्ज पर नई सरकार के गठन की रूपरेखा पर काम कर रही है। अगर यह फॉर्मूला चला, तो न केवल नई सरकार के लिए आगे की राह आसान रहेगी, वहीं आने वाले चुनाव में भी कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों को खासी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। आगे बताते हैं कि 'डबल इंजन, ट्रिपल लोको पायलट' का फॉर्मूला क्या है...

अनिल विज और राव इंद्रजीत को साधेगा यह फॉर्मूला

अंबाला कैंट विधानसभा सीट से सातवीं बार विधायक बने अनिल विज सीएम पद के लिए पहले से दावेदारी कर रहे हैं। चुनाव के बाद अहीरवाल के दिग्गज नेता और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत ने भी फिर से मजबूत दावेदारी ठोक दी है। उन्होंने कहा है कि जिस एरिया ने तीसरी बार सरकार बनाई, उनकी अनदेखी नहीं होनी चाहिए। उनके इस दावे के पीछे की वजह यह है कि उनके सभी प्रत्याशी जीत गए हैं, जबकि कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो चुका है। राव इंद्रजीत ने चुनाव नतीजे आने के बाद इन विधायकों के साथ जनसभा कर एक तरह से शक्ति प्रदर्शन किया।

उधर, अनिल विज भी लगातार दावे कर रहे हैं कि वे 7 बार विधायक बन चुके हैं और आगे 8वीं बार भी विधायक बनेंगे। उन्होंने अपना मिशन क्लियर करते हुए हरियाणा को नंबर वन प्रदर्शन बनाने का दावा किया। इन दोनों दिग्गज नेताओं की सीएम बनने की मांग को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि इससे आगे गुटबाजी के आसार होंगे, जिससे हरियाणा के विकास पर नाकारात्मक असर पड़ेगा। राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस स्थिति से बचने के लिए बीजेपी डबल इंजन, ट्रिपल लोको पायलट वाला फॉर्मूला अपनाएंगे, जो कि हरियाणा के विकास को गुटबाजी से बचाए रखेगा।

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डबल इंजन, ट्रिपल लोको पायलट फॉर्मूला क्या

राजनीतिक जानकारों की मानें तो भाजपा हरियाणा सरकार में सीएम के अलावा दो डिप्टी सीएम बना सकती है। बीजेपी ने गुटबाजी से बचने के लिए यह फॉर्मूला कई राज्यों में अपनाया है और सफल भी रहा है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के अलावा छत्तीसगढ़ में भी सीएम और दो डिप्टी सीएम फॉर्मूला अपनाया गया है, जिसके बाद से गुटबाजी पर नियंत्रण करने में सफलता मिली है। हरियाणा की बात करें तो पिछली सरकार में भी समर्थन देने वाले जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम पद दिया गया था। अब बीजेपी सीएम के साथ दो डिप्टी सीएम बनाकर सीएम पद पर विवाद का निपटारा कर सकती है।

पंचकूला में होगा शपथ ग्रहण समारोह

14 अक्टूबर को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, जिसके बाद हरियाणा के नए सीएम के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। 15 अक्टूबर को पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित मैदान में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा। पहले शपथ ग्रहण समारोह की तारीख 12 अक्टूबर तय की गई थी, लेकिन पीएम के विदेश में होने के चलते इसमें बदलाव किया गया है। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं, साथ ही सुरक्षा इंतजाम को लेकर भी खासे इंतजाम किए जा रहे हैं।

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