Haryana NHM Strike: हरियाणा में एनएचएम कर्मचारियों की प्रदेश में कई दिनों से हड़ताल जारी है। प्रदेशभर के एनएचएम कर्मचारी, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट से लेकर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी तक अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। जिसके चलते प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली काफी प्रभावित हो रही है। अब इसको लेकर हरियाणा सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है।
सेवा नियमों को फ्रीज करने के दिए आदेश
इस संबंध में राज्य सरकार के वित्त विभाग ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें सख्त रवैया अपनाते हुए कर्मचारियों के सेवा नियमों को तुरंत प्रभाव से फ्रीज करने के आदेश दिए गए हैं।
डायरेक्टर मिशन डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि अब नियमों के तहत सात दिनों तक ड्यूटी पर अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाएगा। वहीं, एनएचएम सांझा मोर्चा से स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री जितेंदर वत्स ने कहा कि नियमावली हमने भी पढ़ी है, अपनी मांगों के पूरा होने तक ना हड़ताल खत्म करेंगे और ना कोई कर्मचारी ड्यूटी पर वापस जाएगा।
एडवाइजरी जलाकर की नारेबाजी
इसके बाद एनएचएम कर्मचारियों ने राज्यभर में जिला मुख्यालयों पर 31 जुलाई को होने वाले रोष प्रदर्शन को रद्द कर दिया था और सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में वित्त विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी की प्रतियों को जलाकर जमकर नारेबाजी की। इसे देखते हुए प्रदेश महामंत्री जितेंदर वत्स ने कहा कि आदेश की प्रतियां जलाने का मतलब साफ है कि कर्मचारी अपनी मांग और हड़ताल पर अड़े रहेंगे।
एडवाइजरी को वापस लेने की मांग
एनएचएम कर्मचारियों के सेवा नियमों को फ्रीज करने के आदेशों जारी होने के बाद हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों में और रोष पैदा कर दिया। एनएचएम पदाधिकारियों ने कहा कि अगर उनके हितों के साथ सरकार ने खिलवाड़ किया और सर्विस बायलॉज को फ्रीज करने की एडवाइजरी को वापस नहीं लिया, तो वे अपने हितों की रक्षा के लिए इस लड़ाई को और तेज कर देंगे।