सत्येंद्र पंडित,जींद। मंगलवार को तीन निर्दलीय विधायकों का हरियाणा में भाजपा की नायब सरकार को साथ छोड़करकर कांग्रेस में भूपेंद्र हुड्डा के साथ आने के बाद से प्रदेश की सियासत आए दिन अपना रंग बदल रही है। हुड्डा को तीन निर्दलीय विधायकों का साथ मिलते ही दुष्यंत ने सरकार गिरने के लिए हुड्डा का साथ निभाने का वादा कर दिया। जिसके जवाब में पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने आठ जजपा विधायक साथ होने का दावा करते हुए जजपा पर ही कब्जा ठोकने का दावा कर दिया। देवेंद्र बबली की चर्चा अभी खत्म भी नहीं हुई थी शाहबाद के जजपा विधायक रामकरण काला के साथ भूपेंद्र हुड्डा ने जींद के एक होटल में बैठक कर फिर से प्रदेश की सियासत को नया रंग दे दिया।
एक बड़े बिजनेसमैन के होटल में हुई मुलाकात
जजपा विधायक रामकरण काला की भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ जींद के एक बड़े बिजनेसमैन के होटल में मुलाकात हुई। विधायक काला पूर्व सीएम से मिलने के लिए गुपचुप तरीके से होटल के पिछले दरवाजे से अंदर आए तथा करीब 20 मिनट तक बैठक कर वापस उसी दरवाजे से वापस निकले गए। इस दौरान विधायक ने मीडिया से बचने का हर संभव प्रयास किया, परंतु खुद को मीडिया की नजरों से बचा नहीं पाए। जिस होटल में यह मुलाकात हुई वह जींद के एक बड़े बिजनेसमैन का है तथा 2014 से पहले उनके भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ अच्छे संबंध बताए जाते हैं। हालांकि 2014 में सत्ता बदलने के बाद बिजनेसमैन ने भी अपना सियासी ठिकाना बदल लिया था। अपने होटल में जजपा विधायक व पूर्व सीएम की मीटिंग करवाकर बिजनेसमैन ने एक बार फिर सियासी ठिकाना बदलने के संकेत दे दिए हैं।
हुड्डा को गर्वनर से नहीं मिला समय
दुष्यंत का साथ मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गर्वनर को चिट्ठी लिखकर मिलने का समय मांगा, परंतु कांग्रेस को गर्वनर हाउस से समय नहीं मिला। जिसके बाद कांग्रेस विधायक राज्यपाल से मिलने के लिए सीधे गर्वनर हाउस पहुंच गए, परंतु राज्यपाल के आउट आफ स्टेशन होने के कारण मुलाकात संभव नहीं हो पाई। इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को पत्र लिखकर अल्पमत में आई प्रदेश सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की थी।
भाजपा अब भी आश्वस्त
भूपेंद्र हुड्डा की अगुवाई में विपक्ष की तरफ से शुरू हुए सियासी खेल में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व पूर्व सीएम मनोहर लाल सहित प्रदेश भाजपा के अधिकतर नेता अब भी बहुमत सरकार के साथ होने के प्रति आश्वस्त हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी ने तो कैबिनेट बैठक भी बुला ली है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री ने देवेंद्र बबली को जजपा विधायकों को संभालने की जिम्मेदारी सौंपी हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस के साथ गए तीन निर्दलीय विधायकों की घर वापसी के साथ कुछ कांग्रेस विधायकों के भी अपने साथ आने का दावा कर विपक्ष को उसी की भाषा में जवाब देने का प्रयास किया है।