Jind: जिला के लोगों के लिए खुशखबरी है कि नागरिक अस्पताल में आईसीयू पूरी तरह से तैयार हो गया है। अब आईसीयू में गंभीर मरीजों को दाखिल किया जाएगा। अस्पताल प्रशासन को आईसीयू चलाने के लिए एक फिजीशियन व एक एनेस्थीसिया चिकित्सक मिल गया है। आईसीयू शुरू होने से जिले के मरीजों को लाभ होगा व गंभीर मरीजों को रेफर नहीं किया जाएगा। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईसीयू का उद्घाटन भी करवाया जाएगा। हालांकि आईसीयू अभी भी चल रहा है और इसका लगातार ट्रायल लिया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन के पास पैरामेडिकल स्टाफ पहले से ही मौजूद है।

2 साल से चल रहा था आईसीयू निर्माण का कार्य

नागरिक अस्पताल में पिछले दो साल से आईसीयू के निर्माण का कार्य चल रहा है। पिछले काफी समय से तो इसका कार्य ही पूरा नहीं हुआ। इसके बाद यहां लगे एयर कंडीशनर ने काम नहीं किया। स्वास्थ्य विभाग ने पीडब्ल्यूडी को इसके लिए कई पत्र लिखे लेकिन काम नहीं हुआ। पिछले महीने स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक ने नागरिक अस्पताल का दौरा किया और आईसीयू शुरू करने के निर्देश दिए। इसके बाद डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने पीडब्ल्यूडी व स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक लेकर जो कमियां थी, उनको पूरा करने को कहा। इसके बाद जाकर ही आईसीयू का कार्य पूरा हो पाया। अब पिछले सप्ताह से आईसीयू ट्रायल बेस पर चल रहा था। ट्रायल के दौरान कुछ कमियां पाई गई, जिनको दूर किया जा रहा है। अब स्वास्थ्य विभाग धीरे-धीरे गंभीर मरीजों को आईसीयू में दाखिल कर रहा है।

गंभीर मरीजों को करना पड़ता था रेफर

जिले के गंभीर मरीजों को यहां आईसीयू नहीं होने के कारण रोहतक पीजीआईएमएस, मेडिकल कॉलेज अग्रोहा या फिर मेडिकल कॉलेज खानपुर रेफर करना पड़ता था। इससे मरीजों के साथ-साथ उनके तीमारदारों को भी परेशानी होती थी। अब आईसीयू शुरू होने से गंभीर मरीजों को यहां से रेफर नहीं करना पड़ेगा।

चिकित्सकों की कमी भी आ रहे थी आड़े

आईसीयू को चलाने के लिए कम से कम दो एनेस्थीसिया व दो फिजीशियन की जरूरत होती है। एनेस्थीसिया चिकित्सक तो नागरिक अस्पताल में थे लेकिन फिजीशियन एक ही था। अब नागरिक अस्पताल में फिजीशियन डॉ. नरेश वर्मा तथा एनेस्थीसिया डॉ. मृत्युंजय ने ज्वाइन कर लिया है। इससे आईसीयू को चलाने में काफी मदद मिलेगी।

फिजीशियन तथा एनेस्थीसिया के चिकित्सक ने ज्वाइन किया : सीएमओ

सीएमओ डॉ. गोपाल गोयल ने बताया कि जल्द ही आईसीयू का औपचारिक रुप से उद्घाटन करवाने का प्रयास शुरू कर दिया है। अस्पताल में फिजीशियन तथा एनेस्थीसिया के चिकित्सक ने ज्वाइन कर लिया है। अब आईसीयू को चलाने में आसानी होगी।