सोनीपत। जाको राखें साईंया मार सके न कोई। शुक्रवार को सोनीपत के राई गांव में यह कहावत एक बार फिर चरितार्थ हुई। ममता को शर्मसार कर एक मां अपनी तीन दिन की बच्ची को मंदिर के पास खड़े ऑटो की सीट पर बेसहारा छोड़कर चली गई। परंतु भगवान को शायद कुछ और ही मंजूर था तथा मंदिर में बाबा के लिए चाय लेकर आई महिला ने बच्चे के रोने की आवाज सुन ली। जिसके बाद महिला ऑटो के पास पहुंची तो उसे सीट पर एक बच्ची मिली। जिससे बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाया तथा फिलहाल वह अस्पताल में हैं। पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
दोपहर दो बजे का था समय
राई निवासी ओमदेवी ने बताया कि शनिवार दोपहर करीब दो बजे वह बाबा को चाय देने के लिए मंदिर में आई थी। जब वह मंदिर के बाहर पहुंची तो मंदिर के बाहर एक ऑटो खड़ा था। जिससे एक बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी। जब वह ऑटो के पास पहुंची तो ड्राइवर की सीट पर एक बच्ची लेटी मिली। उसने बच्ची को उठाया तथा आसपास उसके माता पिता के बारे में पता किया। जब कोई जानकारी नहीं मिली तो अपने भतीजे नवीन को बताया। जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तथा बच्ची को अस्पताल पहुंचाया।
तो आसान हो सकती है पुलिस की राह
तीन दिन की बच्ची को बेसहारा ऑटो में छोड़ने वाली मां तक पहुंचना पुलिस के इतना आसान नहीं होगा। इसके लिए पुलिस को गांव की गर्भवती महिलाओं का रिकार्ड खंगलाने के साथ आसपास के अस्पतालों व घरों पर डिलीवरी करवाने वाली दाईयों की जानकारी जुटानी होगी। घटना के पीछे कोई बाहरी व्यक्ति भी हो सकता है। हां यदि हां आसपास यदि कोई सीसीटीवी हुआ और आंगनवाड़ी वर्कर्स व दाई सहयोग के लिए आगे आएं तो पुलिस की राह आसान हो सकती है।