Jakhal: खंड में चल रहे गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को लेकर शिक्षा विभाग पूरी तरह से सख्त हो गया है। इन दिनों स्कूलों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कस्बा सहित क्षेत्र में बिना मान्यता के निजी स्कूल चल रहे है। जिला प्रशासन के सख्त आदेशों के बावजूद अनेक निजी स्कूल बिना मान्यता के बेरोकटोक संचालित हो रहे है। खंड में मात्र सात स्कूल ही मान्यता प्राप्त है, जबकि सैकड़ों स्कूल बिना मान्यता के चल रहे हैं। कई स्कूल संचालकों ने तो प्ले स्कूल की मान्यता लेकर पांचवी, आठवीं से आगे तक के दाखिले करवाए है। बिना मान्यता के चल रहे निजी स्कूल संचालकों द्वारा विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

रिहायशी कॉलोनियों में धड़ल्ले से चल रहे प्ले स्कूल

गैर मान्यता और अस्थायी मान्यता वाले स्कूलों पर शिक्षा विभाग का शिकंजा कस रहा है तो वहीं प्ले स्कूलों की भी बाढ़ सी आ गई है। रिहायशी मकानों और इलाकों में प्ले स्कूल खुल गए हैं, जिनके संबंध में मान्यता व छोटे बच्चों की सुरक्षा के मानक भी दांव पर लगे हैं। ऐसे में यह स्कूल संचालक बच्चों का दाखिला करवाकर उनके भविष्य के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ कर रहे हैं। राइट टू एजुकेशन के प्रावधान में भी कार्यवाही के आदेश है कि यदि किसी निजी स्कूल द्वारा एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है तो शिक्षा विभाग द्वारा उसकी मान्यता रद्द कर जुर्माना वसूला जा सकता है। लेकिन जाखल खंड में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अभी तक इस तरह की कार्रवाई के लिए फुर्सत नहीं मिल पाई है।

क्या कहते है खंड शिक्षा अधिकारी

खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष भांभू ने बताया कि इस बारे में उन्हें पिछले दिनों शिकायत मिली है। इसे लेकर बीते दिनों एक स्कूल को नोटिस जारी कर जबाब भी मांगा गया है। आने वाले दिनों में खंड में ऐसे स्कूल संचालकों पर सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों का दाखिला मान्यता प्राप्त स्कूलों में ही करवाए ताकि भविष्य में किसी भी तरह की कोई परेशानी न आए।