Rewari: बीते दिवस कुंड बैरियर के पास एक गाड़ी चालक ने युवक पर सीधे बोलेरो कैंपर चढ़ा दी। एक युवक गाड़ी के साथ घसीटता चला गया। इसके बाद महिला को टक्कर मारकर घायल कर दिया। घटना का वीडियो जबरदस्त तरीके से वायरल हो चुका है, लेकिन थाना खोल पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में लापरवाही से वाहन चलाने तक की धाराओं को शामिल नहीं किया। पीड़ित के परिजनों ने अब जल्द इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों से मिलने का निर्णय लिया है। वीडियो होने के बावजूद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
दिल दहला देने वाला वीडियो हो रहा वायरल
घटना का वीडियो दिल दहला देने वाला है। इस वीडियो में चालक तेज रफ्तार से गाड़ी को युवक के ऊपर से गुजारता हुआ साफ नजर आ रहा है। इसके बाद एक अन्य युवक को दूर तक घसीटा गया। दोनों की हालत अभी तक गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद थाना खोल पुलिस ने मनेठी निवासी धर्मेंद्र की शिकायत पर कई आरोपियों के खिलाफ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज करते हुए इतिश्री कर ली। वीडियो के आधार पर मामला प्रथम दृष्टया ही हत्या के प्रयास का बन रहा है। इसके बावजूद पुलिस ने वाहन चलाने से संबंधित किसी धारा या हत्या के प्रयास की धारा को एफआईआर में शामिल नहीं किया। दिसचस्प बात यह है कि दो दिन से इस वीडियो को लाखों लोग देखकर दांतों तले उंगलियां दबा चुके हैं, परंतु पुलिस ने शायद वीडियो को अभी तक गंभीरता से देखा तक नहीं।
दबंगों का दबाव कर रहा अपना काम
इस हादसे में गंभीरावस्था में घायल हुए वेदपाल के चचेरे भाई जयपाल और विजयपाल ने बताया कि दोनों युवकों को मारने के लिए जानबूझकर गाड़ी चढ़ाई गई थी, लेकिन पुलिस ने साधारण मारपीट का केस दर्ज किया है। इससे यह बात साबित हो रही है कि पुलिस दबंगों के दबाव में काम कर रही है। वह ग्रामीणों के साथ पहले एसएचओ से मिलेंगे। इसके बाद उचित कार्रवाई की मांग को लेकर उच्चाधिकारियों से भी मिलने के लिए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस हमलावरों से मिली हुई है।
रंजिश का मामला मान रही पुलिस
एसएचओ प्रहलाद सिंह ने बताया कि अंकित और शुभम के बीच जूस की दुकान पर झगड़ा हुआ था। इसके बाद शुभम पार्किंग में आ गया। अंकित ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को बुला लिया। वह शुभम को पीटने के लिए आए थे, लेकिन वेदपाल लकड़ी लेकर बचाव में आ गया। गाड़ी बैक करते समय वेदपाल व अंकित को चोटें आई हैं। इसके बाद जब एसएचओ के पास वीडियो भेजी गई, तो वह मामला समझ गए। मामले की निष्पक्ष जांच और घायलों के बयान के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
मामला हत्या के प्रयास का
वरिष्ठ अधिवक्ता बीएल खोला के अनुसार वीडियो को देखते ही मामला प्रथम दृष्टया लापरवाही से वाहन चलाने और हत्या के प्रयास का बनता है। चालक ने सीधे युवक पर गाड़ी चढ़ाई है। इस मामले में पुलिस का मारपीट और धमकी की धाराओं के तहत केस दर्ज करना समझ से परे नजर आ रहा है। पुलिस ने वीडियो को नजरअंदाज करते हुए शिकायतकर्ता के बयान को भी दरकिनार करते हुए केस दर्ज किया है, जो गलत है।